नईदिल्ली
देश में इस समय भीषण गर्मी पड़ रही है, लेकिन मॉनसून इस बार खुशखबरी लेकर आ रहा है. मौसम विभाग के मुताबिक मॉनसून इस साल समय से पहले दस्तक देने वाला है. दक्षिण-पश्चिम मॉनसून समय से पहले अंडमान निकोबार में दस्तक देने वाला है. IMD के पूर्वानुमान के मुताबिक, 19 मई को मॉनसून के अंडमान निकोबार में पहुंचने की संभावना है. उसके बाद मॉनसून देश के अन्य हिस्सों की तरफ बढ़ेगा. वैसे तो हर साल अंडमान निकोबार में मॉनसून 22 मई तक आता है, लेकिन इस साल ये 3 दिन पहले ही दस्तक दे सकता है.
मौसम विभाग की मानें तो देश में अल नीनो प्रणाली कमजोर हो रही है और ला नीना स्थितियां सक्रिय हो रही हैं, जो इस साल अच्छे मॉनसून के लिए अनुकूल है. इसी वजह से भारत में मॉनसून समय से पहले ही दस्तक दे सकता है. वहीं ला नीना के साथ-साथ हिंद महासागर द्विध्रुव (आईओडी) स्थितियां भी इस साल अच्छे मानसून के लिए अनुकूल हो रही हैं, जो मॉनसून के लिए सकारात्मक संकेत हैं.
इस साल सामान्य से अधिक बारिश का अनुमान
भारत में इस साल मॉनसून में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है. आईएमडी ने इस महीने की शुरुआत में भी मई के महीने में सामान्य से अधिक बारिश की भविष्यवाणी की थी. वहीं अगले दो दिनों तक दक्षिणी राज्यों तमिलनाडु, कर्नाटक और केरल में आंधी और बारिश जारी रहने की संभावना है.
अलग-अलग राज्यों में कब दस्तक देगा मॉनसून?
दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के 19 मई तक अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में प्रवेश करने की उम्मीद है. इसके बाद 1 जून के बीच ये केरल पहुंचेगा. मानसून के बंगाल की खाड़ी से मुख्य भूमि भारत की ओर बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हो गई हैं इसलिए अनुमान है कि 19 मई तक मॉनसून भारत की सीमा में प्रवेश कर जाएगा. मॉनसून के पहुंचने की सामान्य तारीख की बात करें तो 10 जून तक ये महाराष्ट्र पहुंच जाता है.
फिर आगे बढ़ते हुए 15 जून को ये गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड और बिहार पर पहुंचता है. वहीं, 20 जून को ये गुजरात के आंतरिक इलाकों, एमपी के मध्य हिस्सों और उत्तर प्रदेश में दस्तक देता है. हालांकि, अभी मौसम विभाग ने इन राज्यों में मॉनसून के पहुंचने की कोई तारीख नहीं बताई है. मौसम विभाग लगातार मॉनसून की गतिविधियों पर नजर बनाए हुए है.
शहरों के नाम | मॉनसून पहुंचने की सामान्य तारीख |
दिल्ली | 30 जून |
मुंबई | 11 जून |
कोलकाता | 10-11 जून |
चेन्नई | 10 जून |
इसके अलावा 25 जून तक ये हिमाचल, उत्तराखंड और कश्मीर में भी पहुंच जाएगा और 30 जून को ये राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा और पंजाब में पहुंच जाएगा और आगे बढ़ते हुए 8 जुलाई तक मॉनसून पूरे देश को कवर कर लेगा.