डिण्डौरी पुलिस ने दिल्ली से 06 नाबालिक बालिकाओं को सकुशल घर पहुंचाया, परिजनों के खिले चेहरे

 डिंडोरी

 डिंडोरी जिले से अपनेजीवन यापन के लिए महिला पुरुष और नाबालिक बच्चे भी काम की तलाश में अपने जिले से अन्य बड़े महानगरों और शहरों में दो वक्त की रोटी की तलाश में बड़ी संख्या में लोग पलायन कर रहे है। चुकी जिले में कोई भी न फेक्ट्री है ना ही कोई ऐसा कारोबार जिससे जिले के अंचलों से ग्रामीण जिले में ही रहकर और अपने व अपने परिवार का पालन पोषण और जरूरतों को पूरा कर सके जिसके चलते उन्हें जिले से बाहर पलायन करना पड़ रहा है।इनमें ज्यादातर ऐसे नाबालिक बालक बालिका भी शामिल हैं जिन्हे अपनी जरूरत अनुसार सुविधा,व्यवस्था और आमदनी जिले में नही मिल पा रही है या उनके परिजन इतने सक्षम नहीं है। यही वजह है की कई बार काम की तलाश में जिले से बाहर पलायन कर चुके लोग किसी बड़ी समस्या घटना,दुर्घटना या साजिश का शिकार हो जाते हैं।

ताजा मामला डिंडोरी जिला के अमरपुर चौकी क्षेत्र का सामने आया है जहां जिला मुख्यालय के पुलिस कंट्रोल रूम में प्रेस वार्ता आयोजित कर जिला के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जगन्नाथ सिंह मरकाम ने पत्रकारों को जानकारी दी है की बालिका का अपहरण का केस दर्ज था उसी मामले में आरोपी और अपहरण की गई बालिका की दस्तयाबी के लिए एसपी वाहनी सिंह ने अमरपुर चौकी प्रभारी अतुल हरदहा के नेतृत्व में एक टीम गठित की। पुलिस को सूचना मिली की बालिका दिल्ली में है जिसे दस्तयाब करने अमरपुर पुलिस टीम दिल्ली रवाना होती है उनके साथ एनजीओ टीम जन साहस भी शामिल रही। इसी दौरान दिल्ली में अमरपुर पुलिस को जानकारी मिलती है की डिंडोरी और मंडला जिले की ऐसी 6 नाबालिक बच्चियां और है जिन्हे घर वापस आने में समस्या आ रही है। लोकेशन की जानकारी लगते ही अमरपुर पुलिस टीम और जन साहस टीम के संयुक्त प्रयास से दिल्ली से 6 नाबालिक बच्चियों को लोकेशन से बरामद किया गया जिसमे 5 बच्चियां अमरपुर चौकी क्षेत्र की ओर 1 बच्ची मंडला जिले की बताई गई।

सभी नाबालिक बच्चियों को लेकर अमरपुर पुलिस टीम सकुशल डिंडोरी वापस लौटी जहा उनके परिजनों को सूचित कर डिंडोरी पुलिस कंट्रोल रूम बुलाकर बच्चियों को उन्हें सौपा गया। इस दौरान दिल्ली से सफलता हासिल करने पर अमरपुर पुलिस टीम को पुरुष्कृत करने की एसपी डिंडोरी ने घोषणा की है।