पार्षद की पिटाई के मामले में 4 पर केस दर्ज, पार्षद ने कहा ‘मुझे और मेरे परिवार को जान का खतरा’

भोपाल

. राजधानी भोपाल में बीजेपी पार्षद पिटाई मामले में तीन महिलाओं सहित चार लोगों पर केस दर्ज किया गया है। वहीं पार्षद अरविंद कुमार वर्मा ने खुद को और अपने परिवार को जान का खतरा बताया है । उन्होंने कहा कि ये कृत्य गुमटी माफिया पर की गई कार्रवाई का परिणाम है और उनके द्वारा अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई करने के कारण ये हमला किया गया है। उन्होंने कहा कि वो अनुसूचित जाति से आते हैं और अब उन्हें और उनके परिवार को इन लोगों से जान का खतरा है।

बीजेपी नेता ने कहा कि उन्होंने अपने क्षेत्र में गुमटी माफिया द्वारा अतिक्रमण किए जाने का विरोध करते हुए उनपर कार्रवाई की थी और इसी कारण उन्हें बुलडोज़र पार्षद के नाम से जाना जाने लगा है। इस कार्रवाई के कारण स्थानीय रहवासियों के साथ बीजेपी ने भी उनकी सराहना की थी। लेकिन राहुल मीणा, पारस मीणा और विक्रम मीणा नाम के तीन भाई उनके खिलाफ़ हो गए और उन्होंने ही अपने परिवार की महिलाओं से उनपर हमला करवाया है।

ये है मामला

बता दें कि राजधानी के वार्ड 48 में तीन महिलाओं ने बीजेपी पार्षद अरविंद कुमार वर्मा की सरेआम पिटाई कर दी। महिलाओं का आरोप था कि पार्षद उनके साथ अभद्रता करता है। लेकिन इस मामले में पार्षद ने आरोप लगाया है कि मीणा भाइयों द्वारा रंजिश के तहत ये कृत्य किया गया है और रविवार रात पुलिस ने पारस मीणा, उनकी पत्नी, माँ और परिवार की एक और महिला पर मामला दर्ज कर लिया है। आरोप है कि इन्होंने पार्षद को पिटा, गाली गलौज की और धमकी भी दी। वहीं, मीणा परिवार ने भी पार्षद पर जबरन वसूली करने की शिकायत की है। इस पूरी घटना के बाद बीजेपी पार्षद ने ख़ुद को और अपने परिवार को जान का खतरा बताया है।

बीजेपी पार्षद ने बताया खुद को जान का खतरा

पार्षद अरविंद कुमार वर्मा ने कहा कि ‘मैं इंजीनियर अरविंद कुमार वर्मा, मैंने एसएटीआई विदिशा से इंजीनियरिंग की शिक्षा ग्रहण की है, मैं वार्ड क्रमांक 48 से पार्षद हूं और अनुसूचित जाति वर्ग से आता हूं। मैं अपने परिवार में पहला इंजीनियर हूं। राजनीति में आने से पहले मैं मल्टीनेशनल कंपनी में कार्यरत था और नौकरी छोड़कर राजनीति में आने का मेरा निर्णय इसलिए था क्योंकि मैं भारतीय जनता पार्टी एवं आरएसएस की रीति नीति से बचपन से ही प्रभावित रहा हूं। पार्षद बनने से पहले ही मैंने यह सोच लिया था कि अपने वार्ड को आदर्श एवं गुमटी मुक्त बनाऊंगा। मैंने पार्षद बनते से ही इलाके से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई चालू कर दी थी जिसके कारण मुझे बुलडोजर पार्षद का नाम दिया गया था और मेरे इस कार्य को मेरे वार्ड एवं भोपाल के सभी लोगों ने सराहना की थी।

इसके बाद से ही तीनों भाई राहुल मीणा, पारस मीणा और विक्रम मीणा मेरे खिलाफ़ हो गए। राहुल मीणा रेप मामले में जेल में बंद है। पारस मीणा लगातार मेरे पीछे पड़ा रहता था और संदिग्ध गतिविधियां करता रहता था। मैं जब एक दुकान पर चार पी रहा था तो इन्होंने सोची समझी रंजिश के तहत मुझपर अपने परिवार की महिलाओं से मुझपर हमला करवाया। मैं इस तरह के किसी भी कृत्य में संलिप्त नहीं रहता हूं। मेरे द्वारा अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई करने के कारण ये लोग मेरे विरूद्ध साजिश रचते रहते थे। मैं जनता की सेवा करने के उद्देश्य से राजनीति में आया हूं। ये तीनों भाई संदिग्ध अपराधी हैं और इनपर अलग अलग थानों में सौ से अधिक मामले दर्ज हैं। जब ये मुझपर हमला करा रहे थे तब पारस मीणा की पत्नी कह रही थी कि मैं तेरे ऊपर 376 का प्रकरण भी दर्ज करवाऊंगी..ये बात सोशल मीडिया पर चल रहे वीडियो में भी सुनाई दे रही। मेरे और मेरे परिवार को जान का खतरा है..मैं आपसे अपने परिवार की सलामती के लिए सहायता चाहता हूं।’