गोयल अस्पताल के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग अब तक साध रखी है चुप्पी
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के समता कालोनी के निजी अस्पताल गोयल नर्सिंग होम में एक महिला की एक्सपायरी डेट की इंजेक्शन लगाने से मौत मामले में स्वास्थ्य विभाग अब तक चुप्पी साध रखी है।
हालांकि ऐसी जानकारी मिल रही है इस मामले को मानवाधिकार आयोग ने अपने संज्ञान में लिया है और इससे जुड़ी जानकारी स्वास्थ्य विभाग से मांगी है।
विदित हो कि रायपुर की रहने वाली एक महिला की गोयल अस्पताल में इंजेक्शन लगाने के बाद मौत हो गई थी। मृतका के परिजनों ने आरोप लगाया था कि जो इंजेक्शन उसे लगाया गया था वो एक्सपायरी डेट का था, जिसके लगाने के तुरंत बाद उसकी बहन के शरीर का रंग नीला पडऩे लगा और उसकी तबीयत बिगडऩे लगी कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई। इस घटना के बाद मृतका के परिजनों ने अस्पताल में भी जमकर हंगामा किया था। इस घटना को 3 तीन बीत चुके है लेकिन अभी तक स्वास्थ्य विभाग द्वारा अब तक मामले में कोई भी कार्यवाही नहीं की गई है। विभाग इस मामले में चुप्पी साधी हुई है।
उल्लेखनीय हो कि अस्पताल में लापरवाही बरतने का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी कई अस्पतालों में मरीजों के इलाज में लापरवाही बरती जाती रही है और परिणाम स्वरूप मरीजों को अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही का हर्जाना अपनी जान से देकर चुकाना पड़ा है।
गौर करने वाली बात यह है कि अस्पताल प्रबंधन अपनी लापरवाही छुपाने के लिए मृतकों के परिजनों द्वारा अस्पताल में किये जाने वाले हंगामा को उजागर करते हुए अक्सर इस मामले को दबा दिया जाता है, परिणाम स्वरूप घटना की जांच तक नहीं हो पाती है। देखना अब यह है कि क्या स्वास्थ्य विभाग इस मामले की जांच कराती है या नहीं।