ओरोमिया। इथियोपिया के पश्चिमी ओरोमिया क्षेत्र में बंदूकधारियों के हमले में संदिग्ध मौत का आंकड़ा बढ़ गया है। नए गवाहों की गवाही से पता चलता है कि 18 जून को करीब 320 लोग मारे गए थे। इथियोपिया में इसे अब तक से सबसे बड़े नरसंहारों में से बताया जा रहा है। इस बात का कोई संकेत नहीं मिला है कि हमला टिगरे के उत्तरी क्षेत्र में एक संघर्ष से जुड़ा था जो नवंबर 2020 में शुरू हुआ था और इसके कारण अब तक हजारों लोगों की मौत हुई है। घटना का वर्णन करने वाले दो लोगों के मुताबिक पीड़ित जातीय अम्हार थे, जो इस क्षेत्र में अल्पसंख्यक थे।
इथियोपिया के पीएम ने हमले को बताया भयानक कृत्य
इथियोपिया के पीएम अबी अहमद ने ओरोमिया में हुए हमले को ‘भयानक कृत्य’ बताते हुए निंदा की है लेकिन हिंसा का कोई विवरण नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि निर्दोष नागरिकों पर हमले और अवैध और अनियमित ताकतों द्वारा आजीविका को नष्ट करना अस्वीकार्य है।
ओरोमो जातीय समूह राजनीतिक हाशिए पर?
ओरोमिया, इथियोपिया के सबसे बड़े जातीय समूह, ओरोमो के साथ-साथ अन्य जातीय समूहों के सदस्यों के साथ राजनीतिक हाशिए पर है और केंद्र सरकार द्वारा किए जा रहे उपेक्षाओं के कारण अस्थिरता से टूट गया है। अबी ओरोमो और इथियोपिया के पहले पीएम हैं। हालांकि कुछ ओरोमोस का मानना है कि उन्होंने समुदाय के हितों को छोड़ दिया है।
ओरोमो लिबरेशन आर्मी को दोषी ठहराया गया
घटना ओरोमिया के पश्चिमी वोलेगा के गिंबी क्षेत्र में हुई। एक निवासी ने बताया कि 260 लोग मारे गए थे, जबकि दूसरे ने कहा कि 320 लोग थे। नागरिकों ने अपनी सुरक्षा के मद्देनजर अपना नाम बताने से इनकार कर दिया। ओरोमिया क्षेत्रीय सरकार ने एक बयान में ओरोमो लिबरेशन आर्मी को दोषी ठहराया गया है।
ओरोमो लिबरेशन आर्मी के बारे में जानिए
ओरोमो लिबरेशन आर्मी, ओरोमो लिबरेशन फ्रंट का एक प्रतिबंधित समूह है जो कि पूर्व में भी प्रतिबंधित रहा है। 2018 में अबी की सरकार बनने के बाद से ग्रुप को निर्वासन से मुक्ति मिली थी। पिछले साल टिगरे पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ने इथियोपिया के उत्तरी क्षेत्र में संघीय सरकार ने समूह के साथ गठबंधन किया। शनिवार को गिंबी में हुए हमले में टिगरे पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट के शामिल होने के कोई संकेत नहीं मिले हैं।