लखनऊ
लोकसभा चुनाव की तारीखों के बाद सभी पार्टियां जीत की तैयारियों में जुट चुकी हैं। यूपी में सपा-कांग्रेस गठबंधन में चुनाव लड़ रहा है तो वहीं बसपा ने अकेले ही मैदान में उतर रही है। कांग्रेस की पारंपरिक सीट कही जाने वाली रायबरेली को लेकर बीजेपी विधायक अदिति सिंह ने कहा कि वह निश्चित रूप से यहां से हारेंगे। चुनाव के समय ही वह केवल यहां आते हैं उसके बाद वह जनता से मिलने तक नहीं आते हैं।
इंटरव्यू में रायबरेली सदर से भाजपा विधायक अदिति सिंह ने कहा, इस बार से निश्चित निकलना तय है। जनता भी समझती कि आप कभी पक्ष में कभी विपक्ष में हैं। जब विपक्ष में हैं तो शायद उतना काम न करा सकें लेकिन कम से कम रिश्ते तो निभाए। चुनाव के समय यहां आकर आप कहते हैं कि मैं आपकी बहू हूं, मेरा परिवार हमेशा से यहां से रहा है। सासू मां यहां से लड़ती थीं। दुनियाभर के रिश्ते गिनाते हैं। कम से कम जीतने के बाद अपनी जनता का हालचाल लेने तो आए लेकिन उन्होंने वह काम नहीं किया।
अदिति सिंह ने आगे कहा कि निश्चित रूप से अमेठी में लोग देख रहे हैं कि सांसद स्मृति ईरानी ने वहां कितना काम कराया। डबल इंजन सरकार का पूरा लाभ मिला है। शायद यहीं कारण है कि कामों से प्रभावित होकर एमएलए राकेश प्रताप सिंह वह भी भारतीय जनता पार्टी में चले आए। अमेठी के बगल स्थित रायबरेली के लोग भी देख रहे हैं कि अमेठी में कितना काम हो रहा है। वह भी सोच रहे हैं कि अगर भाजपा के सांसद होते तो कितना काम होता।