वाशिंगटन
दुनिया की सबसे बड़ी सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक (Facebook) की पेरेंट फर्म मेटा प्लेटफॉर्म्स (Meta Platforms) के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली। इसकी वजह अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप (Donald Trump) का एक बयान रहा। राष्ट्रपति चुनावों में ताल ठोक रहे ट्रंप ने फेसबुक को जनता का दुश्मन बताया है। इससे मेटा प्लेटफॉर्म्स के शेयरों में करीब 4.42 फीसदी गिरावट आई। इस गिरावट से कंपनी के फाउंडर और सीईओ मार्क जकरबर्ग की नेटवर्थ में भी भारी गिरावट देखने को मिली। ब्लूमबर्ग बिलिनेयर इंडेक्स के मुताबिक जकरबर्ग की नेटवर्थ में सोमवार को 7.85 अरब डॉलर यानी करीब 6,49,59,33,87,500 रुपये की गिरावट आई। जकरबर्ग 174 अरब डॉलर की नेटवर्थ के साथ दुनिया के चौथे बड़े रईस हैं। इस साल उनकी नेटवर्थ में सबसे ज्यादा 45.6 अरब डॉलर की तेजी आई है।
जनवरी 2021 में ट्रंप के चुनाव हारने के बाद कैपिटोल में हुई हिंसा के बाद फेसबुक ने ट्रंप पर दो साल का बैन लगा दिया था। फेसबुक ने फरवरी 2023 में ट्रंप का फेसबुक और इंस्टाग्राम अकाउंट बहाल कर दिया था। ट्रंप ने एक इंटरव्यू में कहा, 'मुझे लगता है कि फेसबुक ईमानदार नहीं है। मुझे लगता है कि फेसबुक देश के लिए बहुत खराब है खासकर चुनावों में इसकी भूमिका संदिग्ध है।' उनके इस बयान से सोमवार को एक समय फेसबुक का शेयर पांच फीसदी गिर गया था। बाद में इसमें कुछ सुधार हुआ। इस गिरावट से मेटा का मार्केट कैप भी 1.232 ट्रिलियन डॉलर रह गया। यह दुनिया की सातवीं सबसे वैल्यूएबल कंपनी है।
13% हिस्सेदारी
जकरबर्ग की मेटा प्लेटफॉर्म्स में करीब 13 फीसदी हिस्सेदारी है। उन्होंने साल 2004 में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के हॉस्टल रूम में अपने तीन दोस्तों के साथ फेसबुक की स्थापना की थी जो आज दुनिया की सबसे बड़ी सोशल नेटवर्किंग साइट है। जकरबर्ग साल 2007 में 23 साल की उम्र में दुनिया में सबसे कम उम्र के बिलिनेयर बन गए थे। उन्होंने मई 2012 में फेसबुक को पब्लिक कराया जो उस समय सबसे बड़ा टेक आईपीओ था। साल 2022 में कंपनी का रेवेन्यू 117 अरब डॉलर रहा और इसके मंथली यूजर्स 3.7 अरब थे। जकरबर्ग आज दुनिया के चौथे बड़े रईस हैं। उनसे आगे बर्नार्ड आरनॉल्ट, जेफ बेजोस और एलन मस्क हैं।