नई दिल्ली
नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) लागू होने के एक दिन बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का बड़ा बयान आया है। उन्होंने कहा कि सीएए का विरोध कांग्रेस तुष्टिकरण और वोट-बैंक की राजनीति के चलते कर रही है। शाह ने कहा, 'हमने कहा था कि हम CAA लेकर आएंगे। कांग्रेस पार्टी इसका विरोध करती रही। हमारे संविधान निर्माताओं ने वादा किया था कि बांग्लादेश, अफगानिस्तान और पाकिस्तान से आने वाले शरणार्थियों को नागरिकता दी जाएगी। ये वो लोग हैं जो वहां जुल्म सहकर यहां आए हैं। मगर, तुष्टीकरण और वोट बैंक की राजनीति के चलते कांग्रेस इसका विरोध करती थी। हिंदू, बौद्ध, जैन, सिख और अन्य लोगों को नागरिकता देकर पीएम मोदी ने उन्हें सम्मान दिया है।'
गृहमंत्री ने अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बहिष्कार को लेकर भी कांग्रेस पर निशाना साधा। शाह ने कहा, 'हमारे घोषणापत्र के पहले पन्ने पर क्या था? हम अयोध्या में एक भव्य राम मंदिर बनाएंगे। 500 वर्षों से देश भर के श्रद्धालू चाहते थे कि अयोध्या में एक भव्य राम मंदिर और रामलला को पूरे सम्मान के साथ विराजमान हों। कांग्रेस पार्टी 70 साल तक राम मंदिर के मुद्दे को लटकाती रही, भटकाती रही, अटकाती रही। वोट बैंक के लालच में कांग्रेस ने राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा का बहिष्कार किया।'
'हमारे विरोधी भी 25 पैसे तक का आरोप नहीं लगा सके'
तेलंगाना के सिकंदराबाद में सोशल मीडिया वॉरियर्स मीट को संबोधित करते हुए शाह ने यह बात कही। उन्होंने कहा, 'इन 10 सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को राजनीतिक स्थिरता देने का काम किया है। आया राम, गया राम की राजनीति को खत्म करके देश में 10 साल की पूर्ण बहुमत सरकार चलाई है। इन 10 सालों में पीएम मोदी ने भ्रष्टाचार मुक्त शासन दिया है। BRS और कांग्रेस पर लाखों-करोड़ों रुपये के भ्रष्टाचार के आरोप लगे लेकिन पीएम मोदी पर हमारे विरोधी भी 25 पैसे तक का आरोप नहीं लगा सके।'