चंडीगढ़
हरियाणा की राजनीति में मंगलवार को बड़ा सियासी घटनाक्रम देखने को मिला। सीएम मनोहर लाल खट्टर ने मुख्यमंत्री पद से अचानक इस्तीफा दे दिया। इसके बाद नयाब सिंह सैनी को प्रदेश का नया मुख्यमंत्री बनाया गया है। खट्टर को अब लोकसभा चुनाव लड़वाए जाने की अटकलें हैं। माना जा रहा है कि बीजेपी आने वाले दिनों में लोकसभा चुनाव के लिए और उम्मीदवारों की जो सूची जारी करेगी, जिसमें मनोहर लाल खट्टर को उम्मीदवार बनाया जा सकता है। खट्टर हरियाणा की करनाल सीट से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं।
पूर्व RSS प्रचारक मनोहर लाल खट्टर हरियाणा के दसवें मुख्यमंत्री थे। उन्हें साल 2014 में बतौर मुख्यमंत्री प्रदेश की कमान सौंपी गई थी। इसके बाद वे लगातार लगभग दस साल तक मुख्यमंत्री के पद पर रहे। साल 2000 से 2014 के बीच खट्टर हरियाणा में बीजेपी के संगठन महासचिव भी रहे। वहीं, साल 2014 में लोकसभा चुनाव के दौरान खट्टर को हरियाणा में बीजेपी की इलेक्शन कैंपेन कमेटी का भी प्रमुख बनाया गया। खट्टर करनाल विधानसभा सीट से ही विधायक भी हैं, जबकि पिछले दो लोकसभा चुनावों में करनाल की सीट पर बीजेपी का ही कब्जा रहा है। 2014 में अश्विनी चोपड़ा और फिर 2019 में संजय भाटिया ने यह सीट जीती थी।
मनोहर लाल खट्टर और उनके कैबिनेट मंत्रियों ने मंगलवार को अचानक हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को अपना इस्तीफा सौंप दिया। लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी और जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के बीच हुए गठबंधन में दरारें पैदा हो गई थीं। खट्टर जहां मुख्यमंत्री थे, तो वहीं दुष्यंत चौटाला उप-मुख्यमंत्री पद पर काबिज थे। इस तरह हरियाणा में बीजेपी और जेजेपी के बीच गठबंधन टूट गया। उधर, जेजेपी के कई विधायक भी पाला बदल सकते हैं। चौटाला की बुलाई गई बैठक में दस में से सिर्फ पांच विधायकों के पहुंचने के बाद कई तरह के कयास लगाए जाने लगे हैं।
वर्तमान में 90 सदस्यों वाली हरियाणा विधानसभा में बीजेपी के सबसे ज्यादा 41 विधायक हैं, जबकि जेजेपी के 10 विधायक। इसके अलावा, बीजेपी सरकार को सात में से छह निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन हासिल था। उधर, कांग्रेस के पास अभी 30 विधायक, आईएनएलडी और हरियाणा लोकहित पार्टी के पास एक-एक विधायक है। इसके अलावा, बीजेपी को पिछले लोकसभा चुनाव में हरियाणा की सभी 10 सीटों पर जीत हासिल हुई थी।
बीजेपी ने अब तक लोकसभा चुनाव के लिए 195 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया है। बीते दिन सीईसी की बैठक में कई अन्य नामों को भी फाइनल करने की जानकारी सामने आई है, जिसकी घोषणा आने वाले दिनों में हो सकती है। वहीं, कुछ दिनों बाद चुनाव आयोग लोकसभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान भी कर सकता है। अप्रैल-मई में वोट डालने के साथ-साथ नतीजे भी आ सकते हैं। पिछला लोकसभा चुनाव सात चरणों में अप्रैल-मई में ही करवाया गया था।