ट्रेल्ब्लेजर्स से हार के बावजूद फाइनल में पहुंची वेलोसिटी, सुपरनोवा से होगी भिड़ंत

ट्रेल्ब्लेजर्स ने महिला टी20 चैलेंज के अंतिम लीग मुकाबले वेलोसिटी को 16 रन से हरा दिया है। इस जीत के बावजूद खराब रन रेट के कारण ट्रेल्ब्लेजर्स को टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ा। सुपरनोवा 2 मैच में एक जीत और एक हार के साथ पहले ही फाइनल में पहुंच चुकी है। वेलोसिटी के भी दो मैचों में 2 ही अंक हैं। लेकिन बेहतर रन रेट के कारण वह फाइनल में जगह बनाने में कामयाब हुई है, जहां उसका सामना 28 मई को सुपरनोवाज से होगा। ट्रेल्ब्लेजर्स ने 20 ओवर में पांच विकेट पर 190 रन का मजबूत स्कोर बनाया और वेलोसिटी को नौ विकेट पर 174 रन पर रोक लिया। तीनों टीमों ने एक-एक मैच जीता और तीनों के दो-दो अंक रहे लेकिन बेहतर नेट रन रेट के आधार पर सुपरनोवास पहले और वेलोसिटी दूसरे स्थान पर रही। ट्रेल्ब्लेजर्स को तीसरा स्थान मिला और वह फाइनल की होड़ से बाहर हो गयी।
वेलोसिटी किरण (34 गेंद, पांच चौके, पांच छक्के) के अर्धशतक के बावजूद नौ विकेट पर 174 रन ही बना सकी। पर टीम इस स्कोर से फाइनल में पहुंच गयी क्योंकि उसे फाइनल के लिये क्वालीफाई करने के लिये कम से कम 159 रन बनाने की जरूरत थी। ट्रेलब्लेजर्स को फाइनल में जगह सुनिश्चित करने के लिये कम से कम 32 या उससे ज्यादा रन से जीत की दरकार थी लेकिन ऐसा नहीं हो सका। वेलोसिटी के लिये किरण के अलावा सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा ने 29 रन और लौरा वोलवार्ट ने 17 रन का योगदान दिया।
ट्रेलब्लेजर्स के लिये राजेश्वरी गायकवाड़ और पूनम यादव ने दो दो विकेट अपने नाम किये जबकि रेणुका सिंह, हेली मैथ्यूज, सलमा खातून और सोफिया डंकले को एक एक विकेट मिला। वेलोसिटी ने भी तेज शुरूआत करते हुए तीन ओवर में 32 रन जड़ दिये थे। पर अगले दो ओवर में दो विकेट गंवा दिये। चौथे ओवर में यास्तिका भाटिया (19 रन, तीन चौके) और पांचवें ओवर में शेफाली वर्मा (15 गेंद, पांच चौके) के विकेट खो दिये। पांच ओवर में वेलोसिटी का स्कोर दो विकेट पर 50 रन था।
किरण नवगिरे ने छठे ओवर में सलमा खातून पर दो छक्के और एक चौके से टीम के खाते में 18 रन जोड़े।वेलोसिटी ने 10 ओवर में दो विकेट पर 105 रन बना लिये थे जिससे 60 गेंद में उसे 86 रन बनाने की जरूरत थी। पूनम रावत ने फिर लौरा वोलवार्ट (17) को विकेटकीपर के हाथों कैच आउट कराकर टीम को तीसरा विकेट दिलाया। कप्तान दीप्ति शर्मा केवल तीन गेंद ही खेल सकीं और राजेश्वरी गायकवाड़ का दूसरा शिकार बनीं।

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