गोरखपुर। एसएसबी की एक टुकड़ी को गोरखपुर से जम्मू जाना है। यात्रा के लिए एसएसबी की टीम चार पार्टी कोच बुक कराने पहुंची तो रेलवे ने हाथ खड़े कर दिए। जवाब मिला कि चार पार्टी कोच किसी ट्रेन में जोड़ नहीं सकते, ऐसे में न्यूनतम 18 कोच की पूरी ट्रेन बुक करानी होगी।
सवाल उठा कि आखिर ऐसा क्यों? क्या रेलवे ने स्थायी रूप से ऐसी व्यवस्था कर दी है? अगर सही में ऐसा है तो इससे शादी-ब्याह और ग्रुप में घूमने वालों के लिए बड़ी समस्या पैदा हो जाएगी। अनाधिकारिक जवाब मिला, नहीं। दरअसल रेलवे की अपनी खुद की मजबूरी है।
रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि दरअसल, रेलवे ने पार्टी कोच की बुकिंग से किनारा कर लिया है। ज्यादातर ट्रेनों से पारंपरिक बोगियां हट गई हैं। एलएचबी रेक में पार्टी कोच अलग से नहीं जोड़े जा सकते। इसकी वजह है कि पार्टी के लिए पारंपरिक बोगियां बुक की जाती हैं, जिन्हें एलएचबी रेक में लगाया ही नहीं जा सकता है।
हालांकि एलएचबी रेक में सबसे पीछे पारंपरिक कोच जोड़े जा सकते हैं लेकिन ऐसा न हो पाने की भी वजह है। इस समय करीब-करीब सभी ट्रेनें फुल लोड से चल रही हैं। 24 रेक से अधिक जोड़ने का प्रावधान ही नहीं है। इन्हीं दोनों वजहों के चलते पूर्वोत्तर रेलवे ने बीते दो महीने से पार्टी कोच की बुकिंग बंद कर दी है।