नईदिल्ली
भारत दुनिया में सबसे तेजी से आगे बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था (Fastest Growing Economy) बना हुआ है. इसकी तेज रफ्तार का ताजा उदाहरण India Q3 GDP के आंकड़े से भी लगाया जा सकता है. सरकार द्वारा गुरुवार को जारी किया गया डाटा तमाम पूर्मानुमान से कहीं ज्यादा बेहतर रहा है और दिसंबर तिमाही में देश की इकोनॉमी (Indian Economy) 8.4 फीसदी की ग्रोथ रेट से आगे बढ़ी है. ये आंकड़ा देखकर अमेरिका से लेकर चीन (China)-जापान (Japan) तक हैरान है.
2022 के Q2 के बाद सबसे शानदार ग्रोथ
सबसे पहले बात करते हैं सरकार द्वारा चालू वित्त वर्ष की दिसंबर तिमाही में जीडीपी (India Q3 GDP) के आंकड़ों की, जो गवाही दे रहे हैं इंडियन इकोनॉमी की तेज रफ्तार की. साल-दर-साल 8.4 फीसदी की यह दर साल 2022 की दूसरी तिमाही के बाद से सबसे मजबूत वृद्धि है. इससे पिछली सितंबर तिमाही में देश की जीडीपी ग्रोथ 7.6 फीसदी रही थी. भारतीय अर्थव्यवस्था की रफ्तार के ताजा आंकड़े देखने के बाद NSO ने अपने दूसरे पूर्वानुमान में वित्त वर्ष 2023-24 के लिए देश की ग्रोथ रेट 7.6 फीसदी रहने का अनुमान जाहिर किया है. इससे पहले जनवरी 2024 में इसके 7.3 फीसदी रहने का अनुमान लगाया गया था.
सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा 29 फरवरी को जारी आंकड़ों पर गौर करें, तो विनिर्माण क्षेत्र यानी मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर (Manufacturing Growth) में 11.6 फीसदी की दर से वृद्धि देखने को मिली है. वहीं एग्रीकल्चर सेक्टर में ग्रोथ रेट 3.8 फीसदी रहा है. इस उछाल के साथ भारत ने दुनिया की सबसे तेजी से आगे बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था (India Fastest Growing Economy) का टैग बरकरार रखा है.
तीसरी तिमाही के लिए ये था पूर्मानुमान
वित्तीय वर्ष 2023-24 की तीसरी तिमाही के ये आंकड़े एसबीआई रिसर्च से लेकर World Bank-IMF तक के जताए गए पूर्मानुमानों से कहीं ज्यादा है और इसकी चर्चा देश ही नहीं विदेशों में भी हो रही है. एक ओर जहां SBI Research ने तीसरी तिमाही में जीडीपी 6.7-6.9 फीसदी के बीच रहने की उम्मीद जताई थी, तो वहीं भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) का भारत की Q3 जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 7 फीसदी जताया गया था. इसके अलावा रेटिंग एजेंसी ICRA ने दिसंबर तिमाही में GDP ग्रोथ सिर्फ 6 फीसदी रहने का अनुमान जताया था. ये सारे पूर्वानुमान भारतीय इकोनॉमी के तेज रफ्तार के आगे फीके पड़ गए हैं.
IMF को भारत पर भरोसा
तिमाही आधार पर तूफानी तेजी के साथ बढ़ रही Indian Economy के आंकड़ों ने वर्ल्ड बैंक और आईएमएफ जैसी वैश्विक इकाइयों के भारत पर भरोसे को और भी बढ़ाने का काम किया है. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष यानी IMF ने FY24 के लिए भारत का जीडीपी ग्रोथ अनुमान बढ़ाकर 6.7 फीसदी किया है. जबकि इसकी तुलना में दुनिया की दूसरी बड़ी अर्थव्यवस्थाओं की हालत पतली नजर आ रही है. IMF Forecast के मुताबिक, भारतीय अर्थव्यवस्था चीन (4.6%), अमेरिका (2.1%), जापान (0.9%), फ्रांस (1%), यूके (0.6%) जैसी प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं से बेहतर प्रदर्शन करेगी.
वर्ल्ड ऑफ स्टेटिस्टिक्स पर वित्त वर्ष 2023-24 के लिए जताए गए जीडीपी पूर्वानुमान पर नजर डालें:
भारत 6.1%
चीन 4.4%
सउदी अरब 3.7%
पाकिस्तान 3.6%
कोलंबिया 2.2%
जापान 1.6%
कनाडा 1.5%
मेक्सिको 1.2%
अमेरिका 1.0%
ब्रिटेन 0.3%
दुनिया के बड़े देश इसलिए हैं हैरान
लगातार तीन तिमाहियों भारत की जीडीपी ने तेज रफ्तार पकड़ी है. चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में GDP Growth Rate 7.8 फीसदी दूसरी तिमाही में 7.6 फीसदी, और तीसरी तिमाही में 8.4 फीसदी रहा है. विकास दर के मामले में भारत का प्रदर्शन किसी भी दूसरे देश के मामले में सबसे अधिक है. इसका अंदाजा इस बात लगाया जा सकता है कि अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में अमेरिका का जीडीपी ग्रोथ (US GDP Growth) 3.2 फीसदी, ब्रिटेन का 0.1 फीसदी (UK GDP Growth), कनाडा ग्रोथ रेट 1 फीसदी, China Growth Rate 5.2 फीसदी और जापान का ग्रोथ रेट (Japan GDP Growth Rate) 0.4 फीसदी रहा था.
इंडियन इकोनॉमी के लेकर क्या बोले बिल गेट्स?
भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर दूसरे देशों में क्या सोचा जा रहा है. इसका लेटेस्ट उदाहरण दुनिया के टॉप-10 अरबपतियों (World's Top-10 Billionaires) में शामिल माइक्रोसॉफ्ट फाउंडर बिल गेट्स (Bill Gates) का इंडियन इकोनॉमी को लेकर दिया गया बयान है. एक इंटरव्यू के दौरान दिग्गज निवेशक वॉरेन बफे के साथ अपनी दोस्ती के बारे में बात करते हुए अरबपति ने भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर भी बड़ी बात कही है. बिल गेट्स ने कहा है कि जैसा कि हम दुनिया में चल रही अच्छी चीजों के बारे में बात करते हैं, भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि निश्चित रूप से सकारात्मक है.