वेलिंगटन
न्यूजीलैंड के सबसे अनुभवी बल्लेबाज केन विलियमसन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वेलिंगटन में जारी पहले टेस्ट की पहली पारी में रन आउट हुए। यह 2012 के बाद टेस्ट क्रिकेट में उनका पहला रन आउट है। विलियमसन साथी बल्लेबाज विल यंग के साथ हुई तालमेल की गड़बड़ी के चलते रन आउट हुए। हालांकि इस दौरान ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क भी उनके रास्ते में आए, मगर स्टार्क की इसमें कोई गलती नहीं थी। विलियमसन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बिना खाता खोले पवेलियन लौटे। इस मैच में कंगारुओं ने पहले बल्लेबाजी करते हुए कैमरून ग्रीन के शतक के दम पर 383 रन बोर्ड पर लगाए हैं। ग्रीन ने 174 रनों की नाबाद पारी खेली।
बात केन विलियमसन के रन आउट की करें तो, यह घटना न्यूजीलैंड की पारी के 5वें ओवर की है। ओवर की आखिरी गेंद पर विलियमसन मिड ऑफ की दिशा में शॉट खेलकर एक रन चुराना चाहते थे। विलियमसन तो बॉल को टैप करने के बाद तुरंत दौड़ पड़े, मगर नॉन स्ट्राइकर एंड पर खड़े विल यंग की नजरें गेंद पर थी, जिस वजह से दोनों खिलाड़ियों के तालमेल में कमी आई और वह आपस में टकरा गए।
इस बार तो हद ही कर दी…पाकिस्तान सुपर लीग में फिर उड़ा टेक्नोलॉजी का मजाककेन विलियमसन के 14 साल के टेस्ट करियर में ऐसा मात्र तीसरी बार हुआ है जब वह रन आउट हुए हैं। इससे पहले वह दो बार जिम्बाब्वे के खिलाफ रन आउट हो चुके हैं। जी हां, 2011 में बुलावायो में खेले गए टेस्ट मैच में वह जिम्बाब्वे के खिलाफ 49 के निजी स्कोर पर रन आउट हुए थे, इसके बाद 2012 में वह इसी टीम के खिलाफ नेपियर टेस्ट में 4 के निजी स्कोर पर रन आउट होकर पवेलियन लौटे थे।
बात न्यूजीलैंड वर्सेस ऑस्ट्रेलिया वेलिंगटन टेस्ट की करें तो कैमरून ग्रीन की धमाकेदार पारी के दम पर ऑस्ट्रेलिया 383 के स्कोर तक पहुंचने में कामयाब रहा। ग्रीन के अलावा कोई कंगारू बल्लेबाज 40 रन का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाया। आखिरी विकेट के लिए ग्रीन ने जोश हेजलवुड के साथ शतकीय साझेदारी भी की।