रायपुर। कमल विहार योजना में निमार्णाधीन फ्लैट्स के निर्माण की गति बढ़ाई जाएगी ताकि आवंटितियों को जल्द से जल्द फ्लैट्स का कब्जा दिया जा सके। रायपुर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी चन्द्रकांत वर्मा ने प्राधिकरण का कार्यभार संभालने के बाद तीसरी बार कमल विहार योजना का बृहद स्तर पर दौरा किया। उन्होंने सेक्टर 4 में निमार्णाधीन फ्लैट्स के निर्माण कार्य की गुणवता,फ्लैट्स कैम्पस की प्लॉनिंग और हर फ्लैट्स में दी जा रही सुविधाओं का अवलोकन किया और कार्य की गति बढ़ाए जाने के निर्देश दिया।
आरडीए के सीईओ वर्मा ने कहा कि लोकहित में छत्तीसगढ़ सरकार के मार्गदर्शन एवं अध्यक्ष सुभाष धुप्पड़ के नेतृत्व में हो रहे गुणवत्तापरक विकास और निर्माण कार्यों के कारण कमल विहार योजना में ईडब्लूएस व एलआईजी फ्लैट्स की आवासीय इकाईयां बहुत की कम कीमत में उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि रायपुर में कई निजी निर्माण एजेंसियों व्दारा दो से तीन गुना अधिक कीमत पर फ्लैट्स का विक्रय किया जा रहा है। जबकि प्राधिकरण के कम कीमत के ईडब्लूएस व एलआईजी फ्लैट्स सबसिडी और कम ब्याज दर के कारण काफी लोकप्रिय हुए हैं। चूंकि प्राधिकरण की संपत्तियां अच्छी लोकेशन, अच्छी गुणवत्ता के बेहतर अधोसंरचना विकास के साथ कम कीमत मिल रहे हैं इस कारण पूरे प्रदेश के लोगों का रायपुर विकास प्राधिकरण की संपत्तियों लेने के प्रति बेहद आकर्षण बना हुआ है। इसी कारण प्राधिकरण ने अप्रैल माह में अब तक की सबसे ज्यादा बिक्री का 79.71 करोड़ रुपए का एक रिकार्ड बनाया है।
आरडीए के सीईओ वर्मा ने स्थल निरीक्षण के दौरान सेक्टर 1 में बने 33 किलोवाट सब स्टेशन का भी अवलोकन किया। सब स्टेशन में 80 एमबीए के चार बड़े ट्रांसफार्मर फीडर पिल्लर के साथ लगाए गए हैं। यहां विद्युत वितरण की सत्तत निगरानी रखी जाती है। यहां से पूरे कमल विहार के आवंटितियों को विद्युत प्रदाय किया जाता है। वर्तमान में इसमें लगभग एक तिहाई ही लोड आ रहा है। इसके बाद वर्मा ने सेक्टर 11बी व सेक्टर 12 व सेक्टर 13 का अवलोकन किया कर सड़क, नाली बिजली, पानी की अधोसंरचना के विकास का जायजा लिया। उन्होंने सेक्टर 13 में प्रस्तावित 19 लाख रुपए की प्रारंभिक कीमत वाले एलआईजी फ्लैट्स स्थल भी देखा। आज के दौरे में अधीक्षण अभियंता एम.एस. पाण्डेय, कार्यपालन अभियंता (विद्युत) सुरेश कुंजाम, उप अभियंता कीर्ती केमरों, राकेश मनहरे, विवेक सिन्हा तथा मार्केटिंग सलाहकार राजवर्धन राठौर, तकनीकी सलाहकार रश्मीत भाटिया सहित निर्माण एजेंसी के ठेकेदार, इंजीनियर उपस्थित थे।