शिमला
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस में संकट टला नहीं है। ऐसे संकेत प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ही देती नजर आ रही हैं। वहीं, राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता का दावा है कि कांग्रेस सरकार कभी भी गिर सकती है। फिलहाल, खबरें हैं कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा स्पीकर की तरफ से अयोग्य घोषित किए गए 6 विधायक सुप्रीम कोर्ट का रुख कर सकते हैं।
एबीपी न्यूज से बातचीत में भाजपा नेता ठाकुर ने पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह पत्नी और प्रदेश कांग्रेस प्रमुख प्रतिभा सिंह को 'जलालत' के दौर से बाहर आने की सलाह दी है। उन्होंने कहा, 'जब सोनिया गांधी नहीं सुन रहे थे, जब राहुल गांधी नहीं सुन रहे थे, जब प्रियंका गांधी नहीं सुन रहे थे। आखिरकार हमने सुन लिया और स्वभाविक रूप से उनकी पीड़ा एक नहीं कई दिनों से थी।' उन्होंने विधानसभा के कई सदस्यों के नाराज होने का भी दावा किया।
उन्होंने कहा कि कुछ सदस्यों को इन लोगों ने डरा के रखा है, दबा कर रखा है, लेकिन ये दौर लंबा नहीं चलेगा। उन्होंने कहा, 'प्रतिभा सिंह जी, यह जलालत का दौर आपके साथ इतने दिनों से चल रहा है। कई सालों से चल रहा है, तो आपको इससे बाहर आना चाहिए। आप हिम्मत करिए।' उन्होंने सिंह का साथ देने पर कहा कि इसपर विचार किया जाएगा।
चैनल से बातचीत के दौरान कांग्रेस सरकार के भविष्य को लेकर उन्होंने कहा, 'ये (सरकार) न पहले सेफ थी, न आज है और कल तो होगी ही नहीं।' उन्होंने कहा, 'कभी गिर जाएगी, आप रात को सो जाएंगे और सुबह देखेंगे कि सरकार गिर जाएगी।'
प्रतिभा सिंह बोलीं- अभी नहीं टला है संकट
एक रिपोर्ट के मुताबिक, सिंह का कहना है कि भले ही पार्टी ने अभी राज्य में अपनी सरकार बचाने में सफलता हासिल कर ली हो, लेकिन यह कहना जल्दबाजी होगी कि संकट टल गया है। उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं पता कि कल या आने वाले भविष्य में क्या होगा…। कुछ मुद्दे थे, जिनपर कुछ घंटों या एक दिन में फैसला नहीं लिया जा सकता। इसमें समय लगेगा।'
उन्होंने आगे कहा, 'और तब ही हम यह कहने की स्थिति में होंगे कि सरकार (पांच सालों तक) चलती रहेगी।'
क्या है मामला
हाल ही में हुए राज्यसभा चुनाव में जीत को लेकर भरोसेमंद नजर आ रही कांग्रेस को झटका लग गया और राज्य में विपक्ष भाजपा के उम्मीदवार हर्ष महाजन को सांसद चुन लिया गया। इस चुनाव में कांग्रेस के 6 विधायकों के तीन निर्दलीय विधायकों के साथ मिलकर क्रॉस वोट करने की खबर है। इसके बाद से ही राज्य सरकार पर संकट मंडराने लगा था।