भोपाल
असीम श्रीवास्तव वन बल प्रमुख बनने के बाद वन विभाग के इतिहास में पहली बार कर्मचारियों से जुड़ी समस्या को लेकर एक नया प्रयोग करने जा रहे है। वन बल प्रमुख ने कर्मचारी कल्याण निवारण समिति बनाने का आदेश जारी किया है। कर्मचारियों की समस्या का समाधान करने के लिए विभाग में पहली बार एसीसीएफ स्तर के अधिकारियों को इसकी कमान सौंपी गई हैं। कर्मचारियों से जुड़ी समस्या को लेकर 16 एसीसीएफ अधिकारियों को प्रभारी बनाया गया है।
वन मंडलस्तर और वृत्त स्तर पर साल में कम से कम एक बार इस तरह के शिविर लगाने के लिए आदेश जारी किया गया है। वन मंडल स्तर पर पहला शिविर 15 मार्च 2024 को तो वहीं वृत्त स्तर पर 31 मार्च 2024 को शिविर लगाया जाएगा। दोनों शिविरों में कर्मचारियों से जुड़ी पदोन्नति, वेतन विसंगति, पेंशन, अनुकंपा नियुक्ति और न्यायालय प्रकरण संबंधी समस्याओं का निवारण शिविरों में होगा।
कर्मचारियों का मनोबल होगा मजबूत
वन बल प्रमुख असीम श्रीवास्तव ने बताया कि वन्य जीव और जैव विविधता के संरक्षण के मामले में मैदान में काम करने वाले कर्मचारियों से संरक्षित हो रहा हैं। ऐसे में विभाग का भी कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान करने के लिए आगे आना होगा। कर्मचारी अगर समस्या मुक्त रहेगें तो अपना काम के प्रति संवेदनशील रहेंगे। उन्होंने बताया कि पदभार ग्रहण करने के बाद भी मेरे मन में इस तरह का प्रयोग करने के लिए विचार आया था। प्रभारी अधिकारियों ने अगर शिविर के माध्यम से बेहतर काम करना शुरू कर दिया तो आने वाले समय में वन विभाग के अधिकांश कर्मचारी समस्या से मुक्त रहेंगे। प्रभारी अधिकारियों के जिम्मेदारी है कि वह अपने काम को कैसे बेहतर ढंग से करते हैं।
कर्मचारियों ने जताई उम्मीद-
वन बल प्रमुख के इस आदेश को लेकर वनकर्मियों में काफी उत्साह है। वनकर्मियों ने बताया कि कोई तो ऐसा बन बल प्रमुख आया जो कर्मचारियों की पीड़ा को समझने का हूनर अपने अंदर रखता है। विभाग में पहली बार कर्मचारियों को लेकर इस तरह का निर्णय हुआ हैं। सालों से वन विभाग के कर्मचारी अपनी समस्याओं को लेकर वनमंडल से लेकर वृत्त स्तर तक के कार्यालयों का चक्कर काटते काटते रिटायरमेंट हो जाते है लेकिन समस्याओं का समाधान नहीं हो पाता है। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा समिति कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर त्वरित निर्णय करेंगी।