56 प्रोजेक्ट,74 हजार करोड़ रुपए का निवेश

उज्जैन

काल से परे भगवान महाकाल प्रदेश पर कृपाल हैं। भगवान कृष्ण की विद्या स्थली से लेकर वैदिक , जनपदीय एवं गणराज्य काल में वैभव और धर्म रक्षा की नगरी रही उज्जयिनी ने विकास का नया व्याकरण रचा है। आज यहां मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के समर्थ नेतृत्व में लाड़लियों को राशि वितरण, विक्रमोत्सव, व्यापार मेले और रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव ने प्रगति का नव-उद्घोष किया है।

मध्यप्रदेश की प्राचीन एतिहासिक,धार्मिक नगरी उज्जैन से आज विकास के नये अध्याय का सूत्रपात हुआ। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने उज्जैन में विक्रमोत्सव, उज्जयनी विक्रम व्यापार मेला और रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का शुभारंभ किया। इस अवसर मुख्यमंत्री ने आज एक करोड़ 29 लाख लाड़ली बहनों के खाते में 1576 करोड़ रुपए का अंतरण भी किया।  महाकाल की नगरी उज्जैन में आज से विक्रमोत्सव का शुभारंभ हुआ। उज्जैन की कालिदास अकादमी बहिरंग में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने दीप प्रज्जवलित कर उज्जयिनी विक्रम व्यापार मेले का शुभारंभ किया।  मध्यप्रदेश की लाड़ली बहनों को इस बाद दस तारीख की बजाय इस बार एक मार्च को ही लाड़ली बहना योजना की राशि मिल गई। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने एक करोड़ 29 लाख लाड़ली बहनों के बैंक खातों में सिंगल क्लिक से 1576 करोड़ रुपए की राशि ट्रांसफर की। यह महीना त्यौहारों का है। होली और रंगपंचमी जैसे त्यौहार इसी माह आ रहे है ऐसे में समय से पहले बहनों के खातें में राशि आने से उनके चेहरे खुशी से खिल उठे है।

महानायकों की तेजस्विता के संग्रहालय वीर भारत न्यास का शिलान्यास
डॉ मोहन यादव ने दीप प्रज्जवलित कर उज्जयिनी विक्रम व्यापार मेले का शुभारंभ किया। यह व्यापार मेला एक मार्च से नौ अप्रैल तक चलेगा। इस मेले में बिकने वाले वाहनों के आरटीओ पंजीयन पर पचास प्रतिशत की छूट प्रदान की जाएगी। इस मेले में प्रदेश की कला और संस्कृति के संवाहक हथकरघा और हस्तशिल्पी अपनी कलात्मक कलाशिल्पों की प्रदर्शनी और बिक्री करने पहुंचे है। इस मेले के दौरान नौ अप्रैल तक विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। यहां भारत के कालजयी महानायकों की तेजस्विता के संग्रहालय वीर भारत न्यास का शिलान्यास भी मुख्यमंत्री मोहन यादव ने किया।

पच्चीस लाख दीपों से जगमग होगी उज्जयिनी
विक्रम सांस्कृतिक पर्व के दौरान उज्जैन के रामघाट पर शाम को पच्चीस लाख दीपों का प्रज्जवलन एवं उज्जयिनी गौरव दिवस का आयोजन किया जाएगा। दीपो की रोशनी से जगमग रामघाट की आभा से पूरा उज्जैन दमकेगा। विक्रम उत्सव के दौरान उज्जैन में नौ अप्रेल तक पूरे शहर को विशेष रुप से सजाया जाएगा। फूल, रंगोली से सजा उज्जैन शाम के समय रोशनी से जगमग हो उठेगा। शहर में जगह-जगह आकर्षक लाइटिंग भी की गई है।

अडानी, सिंघानिया सहित प्रमुख उद्योगपति करेंगे संबोधित
कान्क्लेव के उद्घाटन सत्र में अदाणी इंटरप्राइजेज के प्रणव अडानी, जेके सीमेंट के राघवपत सिंघानिया, वेलस्पन के एमडी एवं सीईओ विपुल माथुर और वीई कमर्शियल से विनोद अग्रवाल और एमडीएच मसाले के राजीव गुलाटी भी समारोह में मौजूद निवेशकों, उद्योगपतियों को संबोधित करेंगे। इस मौके पर उद्योग मंत्री चैतन्य कश्यप और मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव भी उद्योगपतियों को संबोधित करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव निवेशकों से वन-टू-वन चर्चा भी करेंगे। प्रदेश की औद्योगिक नीति के बारे में विस्तार से चर्चा करने और उद्योगपतियों को जानकारी देने के लिए पांच सेक्टोरियल सेशन होंगे। इसमें विषय विशेषज्ञ उद्योगपतियों को प्रदेश के औद्योगिक परिदृश्य और नीतियों के बारे में जानकारी देंगे।

उज्जैन में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का आगाज भी आज हुआ। इसमें आठ हजार करोड़ से अधिक के विकास कार्यो का लोकार्पण और शिलान्यास मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने किया। ये उद्योग जल्द धरातल पर उतरे इसके लिए 169 उद्योगपतियों को 6 हजार 774 करोड़ की भूमि का आवंटन भी मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने किया। महाकाल की नगरी उज्जैन में शुक्रवार को शुरु हुई रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में उज्जैन, भोपाल और इंदौर सहित बीस जिलों में 56 प्रोजेक्ट के जरिए 74 हजार करोड़ रुपए का निवेश हो रहा है।  इस कॉन्क्लेव में धरातल पर उतरने वाले उद्योगों से मध्यप्रदेश के सत्रह हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिल सकेगा।

मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का कहना है कि महाकाल की नगरी में  इस रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव के जरिए सरकार केवल एमओयू नहीं कर रही है बल्कि प्रदेश में उद्योगों को धरातल पर उतारने के लिए सीधे उद्योगों की स्थापना के लिए लोकार्पण और भूमिपूजन भी हम कर रहे है। सरकार ऐसी कंपनियों और इंडिविजुअल इन्वेस्टर को प्राथमिकता दे रही है जो तुरन्त निवेश के लिए तैयार हों। उज्जैन के शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव और अतिथियों ने दीप प्रज्जवलित का शुभारंभ किया। मुख्य सचिव वीराराणा द्वारा स्वागत उद्बोधन दिया। इसके बाद औद्योगिम नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग के प्रमुख सचिव राघवेंद्र कुमार सिंह ने पॉवर पाइंट प्रेजेंटेशन के जरिए मध्यप्रदेश में निवेश गतिविधियों के सम्बन्ध में जानकारी दी।  इस मौके पर प्रदेश के औद्योगिक विकास को लेक र एक वीडियो प्रेजेंटेशन भी दिया गया।

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