आज कल की रोजमर्रा की जीवनशैली के कारण हमारे पेट पर बुरा असर पड़ता है। गलत खान-पान के कारण आंत में बुरे बैक्टीरिया जमा होने लगते हैं, जिस वजह से गैस और कब्ज जैसी समस्याएं आम होती जा रही हैं। भले ही भाग दौड़ वाली ज़िंदगी में पेट का अच्छे से ध्यान रख पाना लोगों को मुश्किल लगता हो, लेकिन कुछ आदतें ऐसी हैं जिन्हें भले ही कुछ लोग बुरा मानते हैं, लेकिन इनकी मदद से पेट की कई समस्याओं को दूर करने में मदद मिल सकती है। तो चलिए जानते हैं उन आदतों के बारे में जिससे पेट की समस्याओं को दूर किया जा सकता है:
फल और सब्जियों के छिलके खाना
अधिकतर लोग सेब, ककड़ी, या गाजर जैसे फल सब्जियों के छिलके उतार कर खाते हैं। लेकिन घरेलू कूड़ेदान में पड़े ये छिलके पेट के लिए बेहद लाभकारी माने जाते हैं। शोध बताते हैं कि फलों की बाहरी परतें फाइबर, विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती हैं जो पेट की आंत को हेल्दी रखने में सहायक हैं। इसके अलावा, सब्जियों के छिलके प्रीबायोटिक फाइबर प्रदान करते है, जो आपकी आंत बैक्टीरिया को पोषण देती है। गाजर, आलू, चुकंदर, बैंगन, कीवी, ककड़ी, खट्टे फल और कुछ विंटर स्क्वैश के छिलके खाना फायदेमंद हो सकता है।
काम की टेंशन छोड़ जमकर सोना
भरपूर नींद स्वस्थ शरीर के लिए बहुत जरूरी है। अगर आप अपने काम, जिम, या नेटफ्लिक्स देखने के लिए अपनी नींद की कुर्बानी दे रहे हैं, तो बंद कर दो। एक्सपर्ट मानते हैं कि ऊर्जा, फोकस और बेहतर मूड के लिए इंसान को अधिक नींद लेनी चाहिए। नींद कई तरह से महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, जिसमें मस्तिष्क कार्य, पाचन, भूख लगने जैसे लाभ शामिल हैं। यह भी माना जाता है कि अगर आप जल्दी उठने और कसरत करने के लिए अपनी रात की नींद के घंटों को सात घंटे से कम कर देते हैं, तो आपके पेट के रोगाणुओं की विविधता से समझौता हो सकता है, जिससे आंत संबंधी समस्याएं बढ़ सकती हैं और पेट में गड़बड़ी होने का अधिक खतरा बढ़ता है।
कार्ब्स का जमकर सेवन करना
गैस और कब्ज जैसी पेट संबंधी संसायाओं से निपटने में फाइबर से भरपूर आहार आपकी मदद कर सकता है। फाइबर युक्त भोजन को अपनी डाइट में जरूर शामिल करें। एक शोध के मुताबिक जब हम कार्ब का सेवन कम करते हैं तो शरीर को ऐसे फाइबर नहीं मिल पाते जो हमारी हेल्थ पर लाभकारी प्रभाव डालते हैं। रिसर्च के मुताबिक अनाज और स्टार्च युक्त सब्जियां, और फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ हमारे पेट को प्रीबायोटिक प्रदान करते हैं। परिणाम स्वरूप पेट में अच्छे बैक्टीरिया पैदा होते हैं और हमें हमें पेट से जुड़ी समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
कॉफी पीना भी बुरी आदत नहीं है
कुछ लोग कॉफी से दूर भागते हैं, क्योंकि उनका मानना है कि यह पेट के लिए हानिकारक है, लेकिन सीमित मात्रा में कॉफी का सेवन आंत के कामकाज पर लाभकारी प्रभाव डाल सकता है। कॉफी पॉलीफेनोल्स से भरी होती है, जो शरीर की सूजन और ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करके हमें हेल्दी रहने में मदद करते हैं। कॉफी में पाए जाने वाले तत्व पेट में लाभकारी बैक्टीरिया की मात्रा बढ़ाने और हानिकारक प्रकार के बैक्टीरिया के खिलाफ सुरक्षात्मक प्रभाव डाल सकते हैं।