अगरतला। त्रिपुरा बीजेपी के अध्यक्ष माणिक साहा (Manik Saha New Chief Minister of Tripura) पूर्वोत्तर राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में बिप्लब कुमार देब की जगह लेंगे। विधानसभा चुनाव से ठीक एक साल पहले देब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद शनिवार को माणिक साहा को बीजेपी विधायक दल के नेता के रूप में चुना गया।
माणिक साहा को त्रिपुरा का नया मुख्यमंत्री बनाने के ऐलान पर बिप्लब देब ने ट्वीट करके कहा कि डॉ. माणिक साहा जी को विधायक दल का नेता चुने जाने पर बधाई और शुभकामनाएं। मुझे विश्वास है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन और नेतृत्व में त्रिपुरा समृद्ध होगा।
इससे पहले त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लव कुमार देब ने राज्यपाल एस एन आर्य को इस्तीफा सौंप दिया। देब ने पत्रकारों से कहा कि पार्टी सबसे ऊपर है। मैं बीजेपी का निष्ठावान कार्यकर्ता हूं। मुझे उम्मीद है कि जो जिम्मेदारी दी गई, उसके साथ मैंने न्याय किया फिर चाहे राज्य बीजेपी इकाई के अध्यक्ष का पद हो या त्रिपुरा के मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी। मैंने त्रिपुरा के संपूर्ण विकास के लिए कार्य किया और सुनिश्चित किया कि राज्य के लोगों के लिए शांति हो।
एक दिन पहले अमित शाह और नड्डा से मिलने गए थे देब
उन्होंने कहा कि वर्ष 2023 में चुनाव आ रहा है और पार्टी चाहती है कि जिम्मेदार संयोजक यहां प्रभार संभाले। सरकार तभी बन सकती है जब संगठन मजबूत हो। चुनाव के बाद कोई निश्चय ही मुख्यमंत्री बनेगा। त्रिपुरा में पार्टी के मामलों की केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से चर्चा के लिए देब गुरुवार को नयी दिल्ली गए थे।
2018 में बीजेपी ने की थी प्रचंड जीत
निवर्तमान मुख्यमंत्री ने कहा कि पार्टी चाहती है कि मैं संगठन को मजबूत करूं। उन्होंने कहा कि जनता यह भाजपा सरकार का लंबा कार्यकाल चाहती है। अगर लोग चाहेंगे कि मैं संगठन के लिए काम करूं, तो निश्चित तौर पर इस उद्देश्य को प्राप्त करने में मदद मिलेगी। दरअसल त्रिपुरा में वाम मोर्चे की 25 साल पुरानी सरकार को हराकर भाजपा ने वर्ष 2018 में प्रचंड जीत दर्ज की थी जिसके बाद देब को मुख्यमंत्री बनाया गया था।
माणिक साहा को त्रिपुरा के नए सीएम का पद देने से एक बात साफ हो गई है कि बीजेपी 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव में साहा के चेहरे पर चुनाव लड़ेगी।