वसुधैव कुटुंबक की भावना से प्रेरित होकर कर्तव्य निर्वहन में ही जीवन की सार्थकता- विस अध्यक्ष

जांजगीर चांपा। विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने कहा कि बहुमुखी प्रतिभा के धनी शिक्षा विद, समाज सेवक और समाज के मार्गदर्शक स्व. जगदीश चन्द्र तिवारी ने हमें जीने का सही मार्ग बताया। उन्होंने कहा कि उनसे प्रेरणा लेकर हम सबको वसुधैव कुटुंबकम् की भावना से प्रेरित होकर अपने कर्तव्यों का निर्वहन करना चाहिए इसी में हमारे जीवन की सार्थकता है।
वे गुरुवार की शाम जांजगीर के कचहरी चौक में स्व. बी डी महंत उद्यान में विकास कार्यों के भूमिपूजन और स्व. जगदीश चन्द्र तिवारी की प्रतिमा के अनावरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर सांसद श्रीमती ज्योत्सना महन्त भी उपस्थित थीं। अपने उद्बोधन में डॉ महन्त ने आगे कहा कि स्व. तिवारी को अनेक भाषाओं का ज्ञान था। उनमें जितनी अच्छी अंग्रेजी, संस्कृत, उडि?ा, मराठी हिन्दी भाषा की पकड़ थी और इन भाषाओं में अपने विचारों को अभिव्यक्त करने में महारत हासिल था उससे अच्छी वे छत्तीसगढ़ी भाषा बोलते थे। डॉ महन्त ने तिवारी की जीवन शैली का संस्मरण सुनाते हुए कहा कि जब उनके चरण स्पर्श किया जाता तब वे संस्कृत में धाराप्रवाह अपना आशीर्वाद देते उनके आशीर्वाद से मन प्रफुल्लित हो जाता और जीवन का उत्साह बढ़ जाता था। उन्होंने कहा कि यह नगण्य लोगों को पता है कि तिवारी जी के परिवार के लोग राज्य सभा सदस्य और मंत्री जैसे पदों को भी सुशोभित कर चुके हैं।
डॉ महन्त ने कहा कि मनुष्य जन्म के साथ क्रमश: दैव, श्रृषि, पितृ और ब्रह्म ऋण का ऋणी होता है। उन्होंने कहा कि इन चारों से उऋण होकर ही मनुष्य मोक्ष को प्राप्त कर स्वर्ग लोक में जाने का हकदार बनता है। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि स्व. तिवारी ने जिस प्रकार से समाज के प्रति अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए सार्थक जीवन जिया, उनसे हम सबको प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आज का यह कार्यक्रम आयोजित कर दिनेश शर्मा सहित उनके परिजनों ने पितृ ऋण से उऋण होने का काम किया है, वह प्रशंसनीय और अनुकरणीय है। उन्होंने कहा कि तिवारी ने जिस प्रकार समाज सेवा विशेष कर समाज के कमजोर तबकों को आगे बढ़ाने का काम किया उससे हम सबको प्रेरणा लेकर वसुधैव कुटुंबकम् की सोच से काम करने की जरूरत है ताकि हम सबका जीवन सार्थक बन सके।
जांजगीर चांपा जिले के प्रभारी मंत्री एवं राज्य के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि स्व. पंडित जगदीश चन्द्र तिवारी ने शिक्षा संस्कृति विकास के क्षेत्र में अनेक सफलताएं अर्जित की और जांजगीर जिले का नाम रोशन किया। उन्होंने जांजगीर में शिक्षा के क्षेत्र में विकास के लिए स्व. तिवारी के अनेक योगदान की महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने कहा की तिवारी प्रसिद्ध कवि थे। उन्होंने पश्चिम बंगाल के मोहन बागान की फुटबॉल टीम का प्रतिनिधित्व भी किया।
अग्रवाल ने कहा कि वे हमारे प्रेरणा स्रोत हमेशा बने रहेंगे। उन्होंने कहा कि व्याख्याता सुरेंद्र शर्मा अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष नरेश शर्मा और दिनेश शर्मा का जांजगीर के विकास में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। इसके पूर्व डॉ महंत ने जांजगीर के स्व. बी. डी. महंत उद्यान में करीब चालीस लाख रुपए की लागत के सौंदर्यीकरण के विभिन्न कार्यों का भूमिपूजन और शिलान्यास और स्व. जगदीश चन्द्र तिवारी की प्रतिमा का विधिवत अनावरण किया।
समारोह को गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष राजेश्री महंत रामसुंदर दास, अपेक्स बैंक के अध्यक्ष बैजनाथ चंद्राकर, विधायक रामकुमार यादव ने भी संबोधित किया। नगरपालिका अध्यक्ष भगवान दास गढेवाल ने स्वागत भाषण दिया। दिनेश शर्मा ने आभार व्यक्त किया। इसके पूर्व विधानसभा अध्यक्ष के करकमलों से शील साहित्य परिषद जांजगीर द्वारा स्व. पं. जगदीश चन्द्र तिवारी के जीवन पर प्रकाशित पुस्तिका ”स्मरण” का विमोचन किया गया। समारोह में अतिथियों को साल श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह भेंट किया गया।

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