नई दिल्ली। जनरल मनोज पांडे ने शनिवार को दिल्ली में नए सेनाध्यक्ष के रूप में पदभार ग्रहण किया। इसके बाद रविवार सुबह उन्हें साउथ ब्लॉक लॉन में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस दौरान वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी और नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार भी मौजूद थे। खास बात ये है कि तीनों सेनाओं के मौजूदा प्रमुख नेशनल डिफेंस एकेडमी के 61वें कोर्स में साथ थे। नए सेना प्रमुख के मुताबिक तीनों सेनाओं के बीच तालमेल, सहयोग और संयुक्त कौशल से काम होगा। गार्ड ऑफ ऑनर लेने के बाद मीडिया से बात करते हुए जनरल पांडे ने कहा कि मैं अन्य दो सेना प्रमुखों को अच्छी तरह से जानता हूं। ये तीनों सेनाओं के बीच तालमेल, सहयोग और संयुक्त कौशल की अच्छी शुरुआत है। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि हम तीनों मिलकर काम करेंगे और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए चीजों को आगे बढ़ाएंगे। इस दौरान वायुसेना और नौसेना प्रमुख ने उन्हें नई जिम्मेदारी के लिए बधाई दी।
जनरल पांडे ने कहा कि मेरे लिए ये गर्व की बात है कि मुझे थल सेना के नेतृत्व का दायित्व सौंपा जा रहा है जिसे मैं पूरी विनम्रता से स्वीकार करता हूं। भारतीय सेना का एक गौरवशाली इतिहास रहा है, जिसने देश की सुरक्षा और अखंडता को कायम रखने के कार्य में बखूबी काम किया। मैं देशवासियों को आश्वासन देना चाहता हूं कि भारतीय सेना स्वतंत्रता, स्वाधीनता और समानता पर पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
जानिए नए सेनाध्यक्ष के बारे में?
सेना प्रमुख के मुताबिक भू-राजनीतिक स्थिति तेजी से बदल रही है और हमारे सामने कई चुनौतियां हैं। ऐसे में भारतीय सेना का कर्तव्य है कि वो सभी सहयोगी सेवाओं के साथ समन्वय में किसी भी चुनौती से निपटने के लिए तैयार रहे। उनका प्रयास रहेगा कि जो काम पहले शुरू हुए थे उसे बढ़ाया जा सके। इसके अलावा सेना के आधुनिकीकरण और ‘आत्मनिर्भर भारत’ योजना पर बल दिया जाएगा।