भारत में ग्लूकोमा के 80 फीसदी मामलों का पता ही नहीं चल पाता

विकासशील देशों में ज्यादा नुकसानविकसित देशों की तुलना में विकासशील देशों में इस बीमारी से प्रभावित लोगों को विशेष नुकसान होता है। विकासशील देशों में ग्लूकोमा होने की आशंका अधिक होती है। साथ ही दृष्टिहीनता की ओर बढऩे का खतरा भी ज्यादा होता है। रोग की अलग-अलग परिभाषा और उपकरणों की कमी इसे और बढ़ा सकती है।

नियमित जांच जरूरीग्लूकोमा मुख्य रूप से मध्यम आयु वर्ग और बुजुर्गों को प्रभावित करता है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह सभी उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकता है। ऐसे में रोग का समय रहते पता लगाने के लिए आंखों की नियमित जांच जरूरी है। फैमिली हिस्ट्री होने पर ग्लूकोमा होने का जोखिम अधिक रहता है।

2040 तक कहां कितना खतरा

क्षेत्र प्रभावितों की संख्या (करोड़ों में)
एशिया 6.68
अफ्रीका 1.91
यूरोप 0.78
उत्तरी अमरीका 0.47
लैटिन अमरीका और कैरेबियन 1.28
ओशिनिया 0.04

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