भोपाल
अयोध्या में भगवान रामलला की प्राणप्रतिष्ठा के पावन अवसर पर शाम लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ग्वारीघाट में दीपोत्सव कार्यक्रम में शामिल हुए। मंत्री सिंह ने कहा कि अयोध्या में रामलला का विराजमान होना एक ऐतिहासिक अवसर है। कई वर्ष की प्रतिक्षा के बाद प्रभु राम अपने स्थान पर विराजमान हुये। प्रभु राम हमारे रोम-रोम में है। उन्होनें कहा कि पहली बार दीपावली भगवान राम लंका विजय कर अयोध्या वापस आने पर मनाई गई थी। आज रामलला अयोध्या में विराजमान हुये इस खुशी में पूरे देश में दीपोत्सव मनाया जा रहा है। जबलपुर में भी राममय वातावरण में पुण्य सलीला नर्मदा तट ग्वारीघाट में 51 हजार दीप प्रज्वलित कर भव्य दीपोत्सव मनाया गया। इस अदभुत विहंगम दृश्य के हजारो श्रद्धालु साक्षी बने। मंत्री सिंह ने सभी को कोटि कोटि बधाई एवं शुभकामनाएं दी है।
मंत्री सिंह के साथ संत शिरोमणी गिरीजानंद सरस्वती महाराज, अशोकानंद महाराज सहित अन्य संतगण, विधायक अभिलाष पांडे, नीरज सिंह एवं अन्य जन-प्रतिनिधि शामिल हुए।
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के साक्षी बने मंत्री सिंह
अयोध्या में भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने जबलपुर में आयोजित कार्यक्रम में लाईव कार्यक्रम को देखा, सुना तथा इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बने। जनअभियान परिषद के उपाध्यक्ष डॉ. जितेन्द्र जामदार सहित संतजन अन्य गणमान्य नागरिक और बड़ी संख्या में आमजन ने भी लाईव प्रसारण को देखा और सुना।
आयुष मंत्री परमार भारतीय आयुर्वेदीय भेषज संहिता की समृद्धि के लिये आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी का करेंगे शुभारंभ
भोपाल
उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा एवं आयुष मंत्री इन्दर सिंह परमार भोपाल स्थित पं. खुशीलाल शर्मा शासकीय आयुर्वेद संस्थान के रजत जयंती ऑडिटोरियम में 23 जनवरी मंगलवार को प्रातः 10 बजे "भारतीय आयुर्वेदीय भेषज संहिता की समृद्धि के लिये वानस्पतिक प्रजातियों का वैज्ञानिक मूल्यांकन एवं प्रलेखीकरण" विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी का शुभारंभ करेंगे। आयुष मंत्री परमार राष्ट्रीय आयुष मिशन अंतर्गत "आयुष जन स्वास्थ्य कार्यक्रम" का वर्चुअल शुभारंभ भी करेंगे।
इस अवसर पर भारत सरकार आयुष मंत्रालय की सलाहकार समिति के सदस्य अशोक वार्ष्णेय, भोपाल सांसद सुसाध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर, विधायक भोपाल (दक्षिण-पश्चिम) भगवान दास सबनानी एवं संस्थान के प्रधानाचार्य प्रो. उमेश शुक्ला सहित विभिन्न सहभागी वक्तागण, प्राध्यापक एवं विद्यार्थी उपस्थित रहेंगे।