भोपाल
लोकसभा चुनाव के लिए मध्य प्रदेश में तैयार किए गए सात क्लस्टरों में राष्ट्रीय नेताओं के दौरे फरवरी के पहले सप्ताह से आरंभ होंगे। भाजपा ने देशभर के लोकसभा क्षेत्रों को 146 क्लस्टरों में बांटा है। इसमें बड़े नेताओं को प्रभारी बनाया गया है। अब दूसरे चरण में राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्षों को इन क्लस्टरों में बैठक करने भेजा जाएगा। ऐसे नेता अपने-अपने क्लस्टरों में बूथ स्तर की तैयारी, नए कार्यकर्ताओं को जोड़ने के अभियान, लाभार्थी संपर्क और लोकसभा चुनाव की प्रबंध कमेटियों के गठन का अवलोकन कर समीक्षा करेंगे। मध्य प्रदेश में भी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, अमित शाह, नितिन गडकरी और राजनाथ सिंह के साथ कुछ केंद्रीय मंत्रियों को भेजा जाएगा। पार्टी ने इस बार देश की सभी 543 लोकसभा सीटों को चार-चार या पांच-पांच सीटों के क्लस्टर में बांटा है। फरवरी के पहले सप्ताह से इनकी अलग-अलग बैठकें पार्टी हाईकमान करेगा। बारीकी से इनकी स्थिति की समीक्षा के साथ रणनीति पर आगे बढ़ा जाएगा।
तीन चुनाव में हारे बूथ पर बनेगी विशेष रणनीति
भाजपा ने क्लस्टर स्तर पर उन बूथों को चिन्हित करने का निर्णय लिया है कि जिन बूथ को भाजपा पिछले तीन चुनाव से हार रही है। ऐसे बूथ पर पार्टी नए सिरे से बूथ कमेटियों को गठन करेगी। बूथ स्तर पर नए नेताओं को सदस्यता दिलाना है। इंटरनेट मीडिया की टीम को सक्रिय किया जाएगा।
संसदीय सीटों की समीक्षा के लिए जाएंगे हितानंद
भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद प्रदेश के सभी 29 लोकसभा क्षेत्रों में प्रवास पर जाएंगे और अलग-अलग वर्गों के साथ बैठकें लेंगे। इसमें केंद्रीय नेतृत्व द्वारा सौंपे गए एजेंडे के क्रियान्वयन कराएंगे।
घोषणा पत्र के लिए भाजपा जुटाएगी फीडबैक
लोकसभा क्षेत्र में प्रबुद्ध सम्मेलन आयोजित होंगे और ग्रामीण क्षेत्रों में जनता से मिले फीडबैक के आधार पर पार्टी अपना घोषणा पत्र तैयार करेगी। फरवरी में भाजपा के सभी सात मोर्चा के राष्ट्रीय सम्मेलन भी आयोजित होंगे। इसमें दो मोर्चों के राष्ट्रीय सम्मेलन मध्य प्रदेश में आयोजित किए जाएंगे।
माइक्रो प्रबंधन पर जोर
भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व ने प्रदेश संगठन से साफ कह दिया है कि वे विधानसभा चुनाव की जीत के कारण अति आत्मविश्वास में न रहें। इससे बाहर निकलें और अभी से मतदान केंद्र में भेजे जाने वाले एजेंट के नाम भी तय कर लिए जाएं। प्रदेश पदाधिकारियों से कहा गया है कि चुनाव प्रबंध समिति का गठन भी कर लिया जाए। जनवरी महीने में ही सभी सीटों पर चुनाव कार्यालय भी आरंभ कर लिए जाएं।
कांग्रेस का राम विरोधी चेहरा घर-घर पहुंचाएं
राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का कांग्रेस के शीर्ष नेताओं द्वारा बहिष्कार किए जाने को लेकर भाजपा कांग्रेस के खिलाफ घर-घर अभियान चलाएगी। भाजपा ने इसके लिए पोस्टर भी जारी किया है। कार्यकर्ताओं से कहा गया है कि वह रामसेतू को काल्पनिक बताने के निर्णय से लेकर अब तक के कांग्रेस के राम विरोधी कार्यों से आम लोगों को अवगत कराएं।