अयोध्या
चूल्हे की आंच पर सेंकी गई रोटी और बैलगाड़ी की सवारी। अयोध्या आने वाले श्रद्धालु अब ग्रामीण अवधी परिवेश के ठाठ-बाट से भी रूबरू हो सकेंगे। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के साथ ही प्रदेश सरकार अयोध्या और आसपास अपनी हेरिटेज विलेज थीम होम स्टे योजना भी शुरू करने जा रही है। इससे यहां आने वाले देश-विदेश के श्रद्धालु स्थानीय खानपान और मेहमाननवाजी का लुत्फ उठा सकेंगे।
अमूमन शहरों में रहने वाले बच्चे अपनी विरासत का दीदार नहीं कर पा रहे हैं। हालांकि उनके मन में ग्रामीण जीवन शैली के प्रति आकर्षण रहता है। इसी को ध्यान में रखकर सरकार ने हेरिटेज विलेज थीम पर होम स्टे योजना तैयार की है। यहां मिट्टी के घरों के साथ गांव की संस्कृति से वर्तमान पीढ़ी को रूबरू होने का मौका मिलेगा। वहीं खाने में यहां मॉडर्न इन डिमांड रेसिपीज के साथ स्थानीय जायकों का स्वाद भी परोसा जाएगा।
समदा पक्षी विहार के पास बन रहे होम स्टे
पर्यटन विभाग की इस योजना को विकास प्राधिकरण विकसित कर रहा है। अयोध्या से 15 किमी दूर सोहावल तहसील में रायबरेली रोड स्थित दौलतपुर में समदा पक्षी विहार के पास इस योजना को तेजी से विकसित किया जा रहा है। यहां मिट्टी के घरों और गांव की संस्कृति से रूबरू कराया जाएगा। पर्यटकों के हिसाब से यहां के घरों में बदलाव कराया जा रहा है। यहां कुछ मडहाउस बनकर तैयार भी हैं। यहां आम के पेड़ों की छांव के बीच भोजन का भी आनंद अलग ही अनुभूति करा रहा है।
अयोध्या विकास प्राधिकरण के सलाहकार राकेश सिंह ने बताया कि दौलतपुर में एक प्रॉपर्टी पर यह सुविधाएं शुरू हो गई हैं। इस सुविधा में विस्तार के लिए 18 और प्रॉपर्टी को चिह्नित किया गया है। यहां ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने वाले क्रियाकलापों को विकसित करने के लिए जिला प्रशासन भी सहयोग कर रहा है।
अयोध्या धाम बस स्टेशन को भव्य तरीके से तैयार किया जा रहा है। इसे 9 एकड़ में 219 करोड़ की लागत से बनाया जा रहा है। जो लोग अपने निजी वाहन से अयोध्या आएंगे, वो जन्मभूमि से एक से डेढ़ किमी पहले पार्किंग में अपना वाहन खड़ा करेंगे। इसके बाद ई-रिक्शा से मंदिर तक जा सकते हैं।
अयोध्या जंक्शन के लिए 150 करोड़ का बजट दिया था, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 230 करोड़ कर दिया गया है। नए स्टेशन को भव्य तरीके से बनाया जा रहा है। करीब 10 हजार वर्ग मीटर में नई बिल्डिंग बनाई जा रही है। इसमें सवा दो सौ कमरे, डॉरमेट्री, एस्केलेटर, फूड प्लाजा और 24 कोच के 3 प्लेटफॉर्म शामिल हैं।
सरकार की योजना रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही इस नई स्टेशन बिल्डिंग को शुरू करने की है। पुरानी बिल्डिंग को पूरी तरह से तोड़ दिया जाएगा। ट्रेन से राम मंदिर जाने के 3 रास्ते हैं। काशी से आए, तो अयोध्या जंक्शन उतरेंगे। लखनऊ से आए तो अयोध्या कैंट और गोरखपुर से आ रहे हैं, तो रामघाट स्टेशन पर उतरेंगे। अयोध्या जंक्शन से राम मंदिर मात्र 800 मीटर की दूरी पर है। अयोध्या कैंट से इसकी दूरी 9 किमी और रामघाट से 3 किमी है।
योगी सरकार ने 20 से ज्यादा हॉस्पिटैलिटी कंपनियों लाइसेंस दिया है। अयोध्या में 20 फाइव स्टार होटल बनाए जाएंगे। इसमें ताज होटल समेत कई बड़े ग्रुप शामिल हैं। ताज ग्रुप ने तो जमीन भी तलाश ली है। ताज ग्रुप अयोध्या में जल्द 5-स्टार होटल बनाएगा। इसके अलावा विवांता 100 कमरे वाले और जिंजर 120 कमरों वाले होटल खोलेगी। यही नहीं, रेडिसन और ओयो ग्रुप भी लग्जरी होटल बनाने की तैयारी में हैं। इसके अलावा पर्यटकों के रोमांच के लिए क्रूज भी चलाए जाएंगे।
मंदिर निर्माण शुरू होने के बाद रामनगरी में पर्यटक और श्रद्धालुओं की संख्या में दोगुना बढ़ोतरी हुई है। यही वजह है कि सरकार राम मंदिर बनने के बाद देश के सबसे ज्यादा श्रद्धालुओं को अयोध्या में लाने की तैयारी में है। अफसरों का मानना है कि मंदिर बनने के बाद यहां हर महीने 1 करोड़ श्रद्धालु आएंगे। यानी साल में 12 करोड़ से अधिक श्रद्धालु पहुंचेंगे।