इक्वाडोर में सशस्त्र आंतरिक संघर्ष मामलों में 2,763 लोग गिरफ्तार

डीसैंटिस अमेरिकी राष्ट्रपति पद की दौड़ से हटे, ट्रंप का समर्थन किया

वाशिंगटन
 फ्लोरिडा के गवर्नर रोनाल्ड डीसैंटिस ने रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनने की दौड़ से हटने और पार्टी के प्रत्याशी के तौर पर पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन करने की घोषणा की।

भारतीय-अमेरिकी और दक्षिण कैरोलाइना की पूर्व गवर्नर निक्की हेली (51) इकलौती रिपब्लिकन नेता हैं जो ट्रंप (77) के खिलाफ उम्मीदवार बनने की दौड़ में शामिल हैं। जनवरी 2017 से जनवरी 2021 तक व्हाइट हाउस में रहे ट्रंप को 2020 के चुनावों में मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडन से शिकस्त मिली थी।

ट्रंप अभी तक रिपब्लिकन पार्टी का उम्मीदवार बनने की दौड़ में सबसे आगे हैं और पार्टी के ज्यादातर सदस्य उनका समर्थन कर रहे हैं। उन्होंने पिछले सप्ताह आयोवा कॉकस में जीत हासिल की और वह न्यू हैम्पशायर प्राइमरी चुनाव में आगे चल रहे हैं जहां 23 जनवरी को मतदान होना है।

प्राइमरी चुनाव आम चुनाव में अपने-अपने राजनीतिक दल का प्रतिनिधित्व करने के लिए उम्मीदवार के चयन की प्रक्रिया है।

एक वक्त में ट्रंप के लिए कड़ी चुनौती के रूप में देखे जा रहे डी सैंटिस के नाम वापस लेने से अब रिपब्लिकन पार्टी में मुकाबला ट्रंप और हेली के बीच है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि पूर्व राष्ट्रपति रिपब्लिकन पार्टी का उम्मीदवार बनने के लिए तैयार हैं और नवंबर 2024 का राष्ट्रपति चुनाव 2020 के चुनाव की तरह ही ट्रंप बनाम बाइडन होगा।

डीसैंटिस ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक पोस्ट में वीडियो संदेश में कहा, ''आयोवा में दूसरे स्थान पर रहने के बाद हमने आगे के अपने कदम पर विचार-विमर्श किया। अगर अनुकूल परिणाम हासिल करने के लिए कुछ होता तो मैं कर सकता था, और मैं करूंगा। लेकिन अगर हमें जीत का पक्का भरोसा नहीं है तो मैं अपने समर्थकों से अपना वक्त और पैसा खर्च करने के लिए नहीं कह सकता। इसे देखते हुए मैं आज अपना अभियान निलंबित कर रहा हूं।''

उन्होंने कहा, ''मुझे स्पष्ट हो गया है कि ज्यादातर रिपब्लिकन प्राइमरी मतदाता डोनाल्ड ट्रंप को एक और मौका देना चाहते हैं। मेरी ट्रंप से कई मुद्दों पर असहमतियां हैं लेकिन वह वर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडन से बेहतर हैं। मैंने रिपब्लिकन प्रत्याशी का समर्थन करने का संकल्प लिया है। ट्रंप को मेरा समर्थन प्राप्त है।''

ट्रंप ने डीसैंटिक के उम्मीदवारी वापस लेने का स्वागत किया। उन्होंने कहा, ''मैं रोनाल्ड का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं और बहुत अच्छा काम करने के लिए उन्हें बधाई देता हूं। वह बहुत दयालु हैं और उन्होंने मेरा समर्थन किया है। मैं इसकी सराहना करता हूं और मैं उनके साथ काम करने के लिए उत्साहित हूं।''

वहीं, हेली ने कहा कि वह दौड़ में बनी रहेंगी। उन्होंने कहा, ''मैं डीसैंटिस से कहना चाहती हूं कि उन्होंने अच्छा मुकाबला किया। वह बहुत अच्छे गवर्नर रहे हैं और हम उन्हें शुभकामनाएं देते हैं।''

इक्वाडोर में सशस्त्र आंतरिक संघर्ष मामलों में 2,763 लोग गिरफ्तार

क्विटो
 इक्वाडोर में जारी सशस्त्र आंतरिक संघर्ष में हिरासत में लिए गए लोगों की संख्या बढ़कर 2,763 हो गई है।
इक्वाडोर सरकार ने 09 जनवरी से देश में हो रहे हमलों और हिंसा की श्रृंखला पर अपनी नवीनतम रिपोर्ट में कहा कि हिरासत में लिए गए लोगों में से 158 पर आतंकवाद का आरोप लगाया गया है।
रिपोर्ट के अनुसार 09 से 21 जनवरी तक पुलिस और सशस्त्र बलों द्वारा किए चलाये 31,539 अभियानों में ये गिरफ्तारियां हुईं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि आतंकवादियों और आपराधिक समूहों के खिलाफ कार्रवाई का उद्देश्य शांति और सुरक्षा बहाल करना है जिसकी नागरिक मांग करते हैं।
इक्वाडोर में 09 जनवरी को संगठित अपराध समूहों ने युद्ध की धमकियां जारी कीं, जिससे देश के राष्ट्रपति को सशस्त्र आंतरिक संघर्ष की स्थिति घोषित करने और इन समूहों के खिलाफ सैन्य अभियान को अधिकृत करने के लिए प्रेरित किया।

 

दमिश्क: इजरायली मिसाइल हमले में मरने वालों की संख्या बढ़कर 13 हुई

दमिश्क
सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरान के ठिकानों पर  हुए इजरायली मिसाइल हमले में मरने वालों की संख्या बढ़कर 13 हो गई। एक युद्ध के मामलों में जानकारी रखने वाली एजेन्सी ने यह जानकारी दी।
सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने कहा कि 13 हताहतों में वह पांच ईरानी है जिनमें से तीन ने ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) में कमांडिंग भूमिका निभाई थी इसके अलावा चार सीरियाई ईरानी मिलिशिया के साथ अनुबंधित थे, दो लेबनानी व्यक्ति, एक इराकी नागरिक और एक सीरियाई तथा एक नागरिक कार्यकर्ता है।
इज़रायली मिसाइलों ने  समृद्ध माज़ेह वेस्टर्न विला पड़ोस पर हमला किया गया और विशेष रूप से एक आवासीय इमारत को निशाना बनाया जहां कथित तौर पर आईआरजीसी कमांडरों की एक बैठक हो रही थी।
सीरियाई विदेश मंत्रालय ने  इजरायली हमले की कड़ी निंदा की और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से ऐसे “अत्याचारों” को रोकने के लिए तत्काल कार्रवाई करने का आह्वान किया।

 

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