नईदिल्ली
महेंद्र सिंह धोनी, सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली, रविचंद्रन अश्विन समेत कई भारतीय क्रिकेटर्स को 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए आमंत्रण मिला है.
वहीं क्रिकेटर और आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद हरभजन सिंह ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने को लेकर दो टूक कहा कि कोई जाए या ना जाए, वो तो इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए जाएंगे.
दरअसल, हरभजन सिंह का यह बयान कई राजनीतिक दलों द्वारा राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के निमंत्रण को अस्वीकार करने के बाद आया है. हरभजन ने साफ कर दिया वो जो कुछ हैं, भगवान के आशीर्वाद के कारण ही हैं.
हरभजन ने कहा, 'यह हमारा सौभाग्य है कि इस समय यह मंदिर बन रहा है, इसलिए हम सभी को जाना चाहिए और आशीर्वाद लेना चाहिए, कोई भी जाए या न जाए, क्योंकि मेरी भगवान में आस्था है, मैं जरूर जाऊंगा…कोई फर्क नहीं पड़ता कि कौन सी पार्टी जाती है और कौन सी पार्टी नहीं, मैं जाऊंगा…'.
कांग्रेस पर कसा तंज, दूसरी पार्टियों पर भी साधा निशाना
हरभजन सिंह ने इस दौरान दूसरी पार्टियों पर भी तंज कसा और कहा कि अगर कांग्रेस को जाना है तो जाए, अगर किसी को मेरे राम मंदिर जाने से कोई दिक्कत है, तो वे जो चाहें करें. मैं भगवान में विश्वास करता हूं, कोई मेरी जिंदगी में जो चीजें हो रही हैं, वो भगवान की कृपा है, मैं तो आशीर्वाद लेने जरूर जाऊंगा.
हरभजन सिंह की पार्टी AAP ने किया था विरोध, फिर उठाया ये कदम
राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर देश में सियासत भी जारी है, दरअसल, कांग्रेस और AAP सहित विपक्षी पार्टियों का आरोप है कि भारतीय जनता पार्टी इस मुद्दे का राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश कर रही है. हालांकि इसके बाद आम आदमी पार्टी ने एक फैसला लिया था और सुंदर कांड करवाने का फैसला किया था. दिल्ली और गुजरात के बाद राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में हरियाणा में भी सुंदरकांड पाठ का आयोजन होगा.
राम मंदिर पर क्या है केजरीवाल का स्टैंड?
राम मंदिर पर सियासी दल सधा हुआ कदम आगे बढ़ा रहे हैं। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का न्योता दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल को भी भेजा गया है। हालांकि, वह इस दिन आयोजन में शामिल होने से मना कर दिया है। उन्होंने अपने एक बयान में कहा कि वो 22 जनवरी के बाद अपने पूरे परिवार के साथ अयोध्या जाएंगे। उन्होंने आगे कहा कि मेरे माता-पिता भी अयोध्या जाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि राम जन्म भूमि ट्रस्ट की ओर से उन्हें केवल एक पत्र प्राप्त हुआ है। सुरक्षा के मद्देनजर वहां 22 जनवरी को एक आमंत्रण पर केवल एक या दो लोगों को जाने की इजाजत है। ऐसे में मैंने 22 जनवरी के बाद अपने पूरे परिवार के साथ अयोध्या जाने का फैसला किया है।