भारत में 2023 में विलय तथा अधिग्रहण गतिविधियों में भारी गिरावट
मुंबई
उच्च वृद्धि के बावजूद भारत में सौदों का मूल्य 2023 में आधे से अधिक घटकर 66 अरब अमेरिकी डॉलर रह गया। एक रिपोर्ट में यह बात कही गई। परामर्श कंपनी ग्रांट थॉर्नटन भारत की रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में 1,641 सौदे हुए। यह 2022 की तुलना में 20 प्रतिशत से अधिक की गिरावट है।
कंपनी के साझेदार शांति विजेता ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में तरलता की कमी, अस्थिर बाजार की स्थिति और निवेशकों के सतर्क रुख ने 2023 में सौदा गतिविधियों में बाधा उत्पन्न की।
विजेता ने कहा, ‘‘भारत का स्थिरता तथा पर्यावरणीय जिम्मेदारी पर जोर उसे वैश्विक अर्थव्यवस्था में अवसरों के लिए एक आकर्षक केंद्र के रूप में स्थापित करता है। इसलिए हमें सबसे पहले मुद्रा की ताकत और वैश्विक अस्थिरता जैसी चुनौतियों पर काबू पाना होगा।''
रिपोर्ट के अनुसार, 494 लेनदेन में विलय तथा अधिग्रहण (एम एंड ए) सौदे का मूल्य 72 प्रतिशत गिरकर 25.2 अरब अमेरिकी डॉलर रहा।
घरेलू कंपनियों का विदेश में विलय तथा अधिग्रहण 3.2 अरब अमेरिकी डॉलर रहा, जबकि 2022 में समान अवधि में यह 17.9 अरब अमेरिकी डॉलर था।
रिपोर्ट में कहा गया कि सबसे बड़ा लेन-देन रियल एस्टेट क्षेत्र में सुरक्षा समूह द्वारा 2.5 अरब अमेरिकी डॉलर में जेपी का अधिग्रहण था। सबसे बड़ा सौदा टेमासेक होल्डिंग्स का मणिपाल हेल्थ एंटरप्राइजेज में दो अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश था।
टाइगर लॉजिस्टिक्स और सिकदर समूह ने किया समझौता
नई दिल्ली
टाइगर लॉजिस्टिक्स (इंडिया) ने वैश्विक व्यापार के लिए एक संयुक्त उद्यम (जेवी) स्थापित करने के वास्ते बांग्लादेश स्थित सिकदर समूह के साथ एक समझौते किया है।
टाइगर लॉजिस्टिक्स (इंडिया) ने शेयर बाजार को दी जानकारी में बताया कि सिकदर समूह मोंगला बंदरगाह पर मोंगला आर्थिक क्षेत्र के विकास तथा संचालन को संभालता है। मोंगला बंदरगाह बांग्लादेश में दूसरा सबसे बड़ा बंदरगाह है।
दोनों देशों के बीच संपर्क को मजबूत करने की पृष्ठभूमि में इस समझौते की घोषणा की गई। बांग्लादेश ने अप्रैल 2023 में भारत को चटग्राम तथा मोंगला बंदरगाह तक स्थायी पहुंच प्रदान की थी।
कंपनी का लक्ष्य अंतरराष्ट्रीय लॉजिस्टिक्स की बढ़ती मांग को पहचानते हुए, खासकर भारत और बांग्लादेश के बीच क्षेत्र में आर्थिक वृद्धि को प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाना है।
टाइगर लॉजिस्टिक्स (इंडिया) के अनुसार, बांग्लादेश उपमहाद्वीप में भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है। वित्त वर्ष 2023 में कुल व्यापार कारोबार 14.22 अरब अमेरिकी डॉलर रहा था।
स्टीनर एजी ने अनुषंगी कंपनी स्टीनर कंस्ट्रक्शन को 928 करोड़ रुपये में डेमाथियू बार्ड को बेचा
नई दिल्ली
हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी (एचसीसी) की पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी कंपनी स्टीनर एजी ने करीब 9.8 करोड़ सीएचएफ (928 करोड़ रुपये) में अपनी अनुषंगी कंपनी स्टीनर कंस्ट्रक्शन एसए को डेमाथियू बार्ड को बेच दिया है।
डेमाथियू बार्ड अंतरराष्ट्रीय निर्माण समूह है, जिसका मुख्यालय फ्रांस में है।
एचसीसी की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, 2022-23 में निर्माण कंपनी स्टीनर कंस्ट्रक्शन ने 3,076 करोड़ रुपये का कारोबार किया और यह 30 परियोजनाओं का संचालन कर रही है।
डेमाथियू बार्ड समूह के प्रबंध निदेशक स्टीफन मोंसेउक्स ने कहा कि स्टीनर कंस्ट्रक्शन एसए का अधिग्रहण डेमाथियू बार्ड समूह के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।
स्टीनर एजी की स्थापना 1915 में हुई थी। इसका मुख्यालय ज्यूरिख में है। यह एक रियल एस्टेट सेवा प्रदाता है।