भोपाल
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने छिंदवाड़ा जिले में अपने कर्त्तव्यों का निर्वहन करते हुए शहीद पुलिस जवान के परिजन को एक करोड़ रुपए की सहायता राशि और परिवार के एक सदस्य को शासकीय नौकरी देने की घोषणा की है।
डॉ यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया, 'छिंदवाड़ा जिले में हृदय विदारक घटना में अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए मध्यप्रदेश पुलिस के जांबाज सिपाही एएसआई नरेश शर्मा जी का दु:खद निधन पीड़ादायक है। मैं परिजनों के प्रति शोक संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। वीर पुलिसकर्मी को शहीद का दर्जा और राज्य सरकार द्वारा उनके परिवार को श्रद्धा निधि के रूप में 1 करोड़ रूपए की राशि प्रदान की जाएगी। साथ ही स्व. शर्मा के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी दी जाएगी।'
उन्होंने बताया कि घटना के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। मध्यप्रदेश में इस तरह का अक्षम्य अपराध करने वाले किसी भी आरोपी को नहीं बख्शा जाएगा। गिरफ्तार आरोपी के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
छिंदवाड़ा जिले के माहुलझिर थाने में तैनात एएसआई नरेश शर्मा पर कल एक बदमाश ने एसयूवी चढ़ा कर उनकी हत्या कर दी थी। आरोपी एक पेट्रोल पंप से डीजल भरवाकर बिना पैसे दिए वहां से भागने का प्रयास कर रहा था। इसी दौरान एएसआई ने इसकी सूचना मिलने पर बैरियर लगा कर आरोपी को रोकने की कोशिश की, लेकिन आरोपी ने उन्हें गाड़ी से कुचल दिया। मामले में आरोपी को कल ही गिरफ्तार कर लिया गया है।
वहीं इस मामले को लेकर राज्य में राजनीति भी तेज हो गई है। प्रदेश कांग्रेस के आधिकारिक हैडल से की गई एक्स पोस्ट में सरकार से सवाल किया गया है कि राज्य में पुलिस अब इतनी असुरक्षित क्यों हो गई है।
इस घटना के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
गुरुवार की सुबह छिंदवाड़़ा के परासिया के एक पेट्रोल पंप से बोलेरो चालक ने वाहन में डीजल भरवाया और बगैर पैसे दिए भाग गया। भागते समय उसने पेट्रोल पंप पर भी कई लोगों को टक्कर मारी, जिससे उन्हें चोटें आईं। बोलेरो चालक को पकड़ने के लिए पुलिस नियंत्रण कक्ष से थानों को खबर की गई। माहुलझिर थाने को भी डायल 100 के जरिए बोलेरो चालक को पकड़ने में मदद के लिए कहा गया। इस पर वहां पदस्थ एएसआई नरेश शर्मा ने बैरिकेट्स लगाए और वहां से गुजर रहे वाहनों को रोकने की कोशिश की, वे स्वयं चेक पोस्ट पर थे। इसी दौरान वह बोलेरो उन्हें दिखाई दी तो उन्होंने उसे रोकने की कोशिश की, मगर चालक ने वाहन को रोकने की बजाय रफ्ताार और बढा दी। बदमाश बोलेरो चालक एएसआई शर्मा को रौंदते हुए भाग गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में इस तरह का अक्षम्य अपराध करने वाले किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा। ऐसे अपराधों में लिप्त व्यक्ति क्षमा के योग्य नहीं हो सकते। गिरफ्तार आरोपी के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।