असम
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व वाली "भारत जोड़ो न्याय यात्रा" के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी द्वारा शासित असम में केस दर्ज किया गया है। आरोप है कि यात्रा के लिए पहले से जो रूट तय था उस पर नहीं बल्कि दूसरे रूट पर यात्रा निकाली गई। पुलिस ने बताया कि असम के जोरहाट शहर के अंदर अनुमत मार्ग के बजाय दूसरे रास्ते से जाने के आरोप में "भारत जोड़ो न्याय यात्रा" और इसके मुख्य आयोजक के बी बायजू के खिलाफ बृहस्पतिवार को प्राथमिकी दर्ज की गई। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि यात्रा को के बी रोड की ओर से जाने की अनुमति थी। उन्होंने बताया कि इसके बजाये यह शहर में एक अन्य मार्ग से चली गयी जिससे क्षेत्र में "अराजक स्थिति" पैदा हो गई।
उन्होंने कहा, "अचानक भीड़ के कारण कुछ लोग गिर गए और भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। घटना का स्वत: संज्ञान लेते हुए यात्रा और उसके मुख्य आयोजक के खिलाफ जोरहाट सदर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है।" अधिकारी के अनुसार, प्राथमिकी में उल्लेख किया गया है कि यात्रा ने जिला प्रशासन के नियमों का पालन नहीं किया और इसने सड़क सुरक्षा नियमों का उल्लंघन किया।
संपर्क करने पर विपक्ष के नेता देबब्रत सैकिया ने कहा कि प्राथमिकी यात्रा के समक्ष अनावश्यक बाधा पैदा करने की एक चाल है। उन्होंने कहा, “ पीडब्ल्यूडी प्वाइंट पर यातायात मार्ग परिवर्तन के लिए पुलिस तैनात नहीं थी। निर्धारित मार्ग बहुत छोटा था और हमारे साथ बहुत भीड़ थी। इसलिए, हमने बस को कुछ मीटर के लिए दूसरे रास्ते पर ले लिया । यात्रा को (असम में) पहले दिन मिली सफलता से हिमंत विश्व शर्मा डर गए हैं और अब इसे पटरी से उतारना चाहते हैं।”
यात्रा का असम चरण 25 जनवरी तक जारी रहेगा। यह यात्रा 17 जिलों में 833 किमी का सफर तय करेगी। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में यह यात्रा 14 जनवरी को मणिपुर से शुरू हुई और 20 मार्च को मुंबई में समाप्त होगी।