नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि सरकार द्वारा लागू की गई पारदर्शी व्यवस्था, उसके ईमानदार प्रयासों और लोगों की भागीदारी की वजह से पिछले नौ सालों में लगभग 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला गया है।पीएम ने विकसित भारत संकल्प यात्रा के लाभार्थियों के साथ वर्चुअल संबोधन में कहा, किसी ने नहीं सोचा होगा कि भारत में गरीबी कम हो सकती है, लेकिन गरीबों ने दिखा दिया है कि अगर उन्हें संसाधन दिए जाएं तो ऐसा हो सकता है। उन्होंने इसे देश के लिए उत्साहवर्धक रिपोर्ट बताया।
संकल्प यात्रा को कल्पना से परे सफलता मिली- मोदी
मोदी ने कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा को कल्पना से परे सफलता मिली है। जनता की बढ़ती मांग की वजह से केंद्र सरकार इसकी समय सीमा 26 जनवरी से आगे बढ़ा सकती है। उन्होंने कहा, सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का प्रचार करने और अधिक लाभार्थियों तक यात्रा की पहुंच के लिए वाहनों को लोगों के स्थानों पर भी जाना चाहिए।
'विकास रथ' 'विश्वास रथ' बन चुका है- पीएम
प्रधानमंत्री ने कहा, यात्रा दो महीनों में एक जन आंदोलन बन गई है और यह अंतिम पंक्ति तक वितरण करने का बड़ा उदाहरण है। पीएम ने कहा कि यह पहले ही 70-80 प्रतिशत पंचायतों तक पहुंच चुका है। उन्होंने कहा, 'विकास रथ' 'विश्वास रथ' बन गया है, जिससे लोगों में यह विश्वास पैदा हुआ है कि कोई भी वंचित व्यक्ति इसके लाभ से वंचित नहीं रहेगा।
50 करोड़ से ज्यादा आयुष्मान कार्ड लोगों को दिए गए- पीएम
उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान चार करोड़ से ज्यादा लोगों के स्वास्थ्य की जांच की गई है और 2.5 करोड़ से ज्यादा लोगों की टीबी की जांच की गई। उन्होंने कहा कि 50 करोड़ से ज्यादा आयुष्मान कार्ड लोगों को दिए गए हैं और लगभग 35 लाख किसानों को पीएम किसान योजना में शामिल किया गया है। पीएम मोदी ने कहा कि ये मेरे लिए महज आंकड़े नहीं हैं, बल्कि जीवन का एक स्रोत हैं क्योंकि मैंने हमेशा कल्याणकारी योजनाओं की सफलता को सुनिश्चित करने की कोशिश की है। उन्होंने पानी, रसोई गैस और बिजली कनेक्शन, लोगों के लिए अच्छे पोषण, स्वास्थ्य और उपचार की जरूरत पर जोर दिया।