इंदौर.
अनाथाश्रम वात्सल्यपुरम में सनसनीखेज कांड उजागर हुआ है। आश्रम में बच्चियों के साथ बर्बरता हो रही थी। उन्हें तरह तरह से टार्चर किया जा रहा था। विजय नगर पुलिस ने बाल कल्याण समिति की रिपोर्ट पर मैनेजर, केयर टेकर सहित पांच के खिलाफ गंभीर धाराओं में एफआइआर दर्ज की है। पुलिस के मुताबिक बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष पल्लवी पोरवाल द्वारा लिखित रिपोर्ट पेश की गई थी। रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने आयुषी, सुजाता, सुमन चंदेल, आरती और बबली के विरुद्ध धारा 323 और जेजे एक्ट की धारा 75 के तहत केस दर्ज कर लिया।
बच्चियों की पीड़ा सुनकर चौंक गई समिति
बच्चियों ने समिति के समक्ष बताया कि आयुषी केयर टेकर है। सुजाता मैनेजर है। आरती और सुमन चंदेल भी मैनेजर के रुप में कार्य कर चुकी है। बबली करीब तीन महीने के लिए काम करने आई थी। इनके द्वारा बच्चों के साथ अत्यंत निर्ममतापूर्वक पिटाई की जाती थी। आयुषी और सुजाता ने पहली मंजिल से रैलिंग से उल्टा लटका दिया था। अन्य बच्चों को गर्म तवे पर लाल मिर्च रखकर धुनी दी जाती थी। दो बच्चों को ऊपर से नीचे फेंक दिया था। एक बच्चे को आयुषी ने गर्म चिमटे से जलाया। समिति ने सभी बच्चों के कथन लिए और शरीर पर चोट के निशान भी दिखाए। कुछ बच्चों ने बताया कि एक बच्ची को बाथरुम में बंद रखा और दो दिन तक खाना नहीं दिया।
बगैर रजिस्ट्रेशन चल रहा था आश्रम
आश्रम वात्सल्यपुरम स्कीम-78 बाल किशोर न्याय अधिनिमय की धारा 41 के तहत बगैर रजिस्ट्रेशन करवाए चल रहा था। 13 जनवरी को एसडीओ घनश्याम धनगर ने जांच की और सील कर दिया। उस वक्त आश्रम में 21 बालिकाएं थी। मामले में समिति द्वारा जांच की गई।