भारत में जन्मे और अमेरिका को अपनी कर्मभूमि बनाने वाले डॉ. कृष्ण माथुर मेडिसिन के सेवानिवृत्त चिकित्सक हैं। उनके बारे में ख़ास बात यह है कि अब वे 'डॉ. मैज़िक' के नाम से मशहूर हो चुके हैं। उनका मानना है कि जादू दुनिया की सर्वश्रेष्ठ दवा है। डॉ. कृष्ण परिवारों और बच्चों के लिए शो करने के वास्ते दुनियाभर की यात्राएँ करते हैं। उन्हें अपने मैज़िक शोज़ में दर्शकों को जादू के अनुभव में शामिल करना बेहद पसंद है। वे लास वेगास स्थित मैकब्राइड मैज़िक एंड मिस्ट्री स्कूल के इटर्नल स्टूडेंट और ऐम्बैसडर हैं। जादू की दुनिया में इस स्कूल का बड़ा नाम है। वरिष्ठ पत्रकार विश्वदीप नाग ने उनसे फ़ोन पर बातचीत की। पेश हैं मुख्य अंश।
आपने सबसे पहले कौनसी जादुई चीज़ देखी थी, जो आपको आज तक याद है? और आपने सबसे पहले किस जादूगर का शो देखा था?
1976 में, मैं और मेरी पत्नी जयपुर में पहली बार एक साथ मैजिक शो देखने गए थे। हम आज भी उस शो के बारे में वैसे ही बात करते हैं। यादें इसलिए भी ताज़ा हैं, क्योंकि यह शो हमने हनीमून के दौरान देखा था। मुझे याद है कि जादूगर लंबा कोट और पगड़ी पहने हुए था, तलवारें निगल रहा था और उस तलवार को बाल्टी में डाल रहा था। ग़ज़ब नज़ारा था।
जादू की दुनिया में आने के लिए आपको किसने प्रेरित किया? आपके जादुई करियर में आपके प्रमुख गुरु कौन रहे हैं? और आज कोई कैसे जादू की दुनिया में क़दम रख सकता है या अपने बच्चों को इस क्षेत्र में ला सकता है?
मुझे जादू में तब से रुचि रही है, जब मैं बहुत छोटा था, क्योंकि मेरे पिता ने मुझे 'मैथ एंड मैजिक' नामक पुस्तक दी थी, इसलिए नहीं कि मुझे जादू में रुचि थी, बल्कि इसलिए क्योंकि मैं गणित में अच्छा नहीं था। उन्हें अंदाज़ा नहीं था कि इसका मेरे जीवन पर कितना गहरा प्रभाव पड़ेगा।
मैं आठ साल की उम्र से ताश और गणितीय जादू दिखा रहा हूँ। एक चिकित्सक के रूप में, मैंने अपने क्लिनिक में कीमोथेरेपी के दौरान अपने रोगियों के लिए जादू भी किया था, लेकिन 2013 में, मैंने लास वेगास में मैकब्राइड स्कूल ऑफ़ मैजिक एंड मिस्ट्री में दाख़िला लिया। पेशेवर तौर पर जादू सीखने का यह मेरा पहला अनुभव था, हालाँकि, मैंने एक बार कन्टिन्यूड मेडिकल एजुकेशन क्लास में भाग लिया था, जो चिकित्सा में जादू से संबंधित थी। मैजिक में मेरे गुरु जेफ मैकब्राइड, यूजीन बर्गर और लैरी हैस हैं। मैं भाग्यशाली हूँ कि मैंने स्कूल के बाहर कई जादूगरों जैसे एरिक हेनिंग, डेविड मोरे, स्कॉट अलेक्जेंडर से बहुत कुछ सीखा है। वैसे और भी बहुत नाम हैं।
मेरे अनुभव में न कि केवल 'ट्रिक्स', बल्कि जादू सीखने का सबसे अच्छा तरीक़ा यही है कि मैजिक एंड मिस्ट्री स्कूल जैसे संस्थान में दाख़िला लें और वहाँ गुरुओं से व्यक्तिगत रूप से सीखें। यदि यह संभव नहीं है, तो मैं पुस्तकें पढ़ने और विशेष रूप से सिखाने के लिए बनाए गए वीडियोज़ देखने के वास्ते प्रोत्साहित करूँगा, लेकिन यूट्यूब से दूर रहूँगा। बच्चों के लिए, आईबीएम, इंटरनेशनल ब्रदरहुड ऑफ़ मैजिशियन, स्थानीय चैप्टर रिंग 50 पर विचार किया जा सकता है, जिसमें जादू की मासिक कक्षाएँ संचालित होती हैं। कोई भी व्यक्ति रिंग 50 से उनके फ़ेसबुक पेज़ पर संपर्क कर सकता है।
आपने सबसे पहले कौनसा जादू पेश किया था? और आपने आज तक कौनसा सबसे ज़ोरदार जादुई प्रभाव देखा है?
मेरी पहली जादुई प्रस्तुति '20 सेंचुरी सिल्क' थी। सबसे ज़ोरदार जादुई प्रभाव जो मैंने देखे हैं, उनमें 'सिल्क टू केन प्रोडक्शन एंड वैनिश' और कार्ड मैनिपुलेशन को गिना जा सकता है।
आपका पसंदीदा जादूगर कौन है? आप किसी नए जादू को दिखाने की तैयारी कैसे करते हैं?
मेरे पसंदीदा जादूगर मैक किंग हैं। मुझे उनकी शैली बहुत पसंद है। यूजीन बर्गर और जेफ मैकब्राइड भी मेरे पसंदीदा जादूगरों में हैं और वे गुरु भी हैं।
ईमानदारी से कहूँ, तो मैं किसी शो से पहले बहुत घबरा जाता हूँ। वैसे मुझे अपने गुरुओं से बहुत मदद मिलती है। मैं अपनी स्क्रिप्ट और हैंडलिंग बार-बार लिखता हूँ। मैं अपना अभ्यास रिकॉर्ड करता हूँ और इसे कई बार देखता हूँ। मैं जेफ मैकब्राइड को उनके फ़ीडबैक के लिए वीडियो भी भेजता हूँ। पुराने क्लासिक जादू के बारे में पढ़ना और डीवीडी देखकर उनमें नया ट्विस्ट लाना भी मुझे पसंद है।
आप वाशिंगटन मैजिक से कैसे और क्यों जुड़े और यह आपके लिए क्या मायने रखता है ?
2019 में, मेरी मुलाक़ात लास वेगास के मिस्ट्री स्कूल में डेविड मोरे से हुई। मुझे शो बहुत पसंद आया, मैंने टीम में शामिल होने का अनुरोध किया और आज मैं यहाँ हूँ। वाशिंगटन मैजिक ने मुझे अपने जादुई कौशल को निखारने, प्रस्तुतियाँ देने और लोगों के साथ संवाद बढ़ाने का अवसर दिया है। मुझे टीम का सदस्य होने पर बहुत गर्व है। वाशिंगटन मैजिक वास्तव में सभी के लिए आनंददायक मनोरंजन का शानदार माध्यम है।