भोपाल
पुलिस ने प्रदेश के सभी जिलों से ऐसे 600 के लगभग बदमाश छांटे हैं जिन्हें पुलिस हर हाल में सलाखों के पीछे रखना चाहती है। ये सभी विभिन्न जिलों के आदतन अपराधी और गंभीर अपराधों में शामिल हैं। इन पर सख्ती के साथ अंकुश लगाने के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पुलिस को निर्देश दिए थे।
इस निर्देश के बाद पुलिस मुख्यालय ने हर जिले से आदतन बदमाशों की लिस्ट तैयार करवाई, जिसमें प्रदेश भर से 564 बदमाश ऐसे निकले जो अपराध करने से बाज नहीं आ रहे हैं। इन अपराधी और उनके अपराधों की लिस्ट गृह विभाग को भी भेजी जाने वाली है। दरअसल इनमें से अधिकांश वे अपराधी हैं जो गंभीर अपराध करने के बाद भी इन दिनों जमानत पर है। जबकि कुछ जमानत लिए जाने के प्रयास में लगे हुए हैं। मुख्यमंत्रोी के निर्देश के बाद अब पुलिस इन सभी को वापस से जेल में भेजने की तैयारी कर रही है। इसके लिए पुलिस, गृह विभाग और विधि अधिकारियों से भी सलाह लेगी। इसके साथ ही इन्हें वापस से जेल भेजा जाएगा और ऐसी व्यवस्था की जाएगी कि उन्हें या तो जमानत मिलेगी नहीं और यदि जमानत मिल भी गई तो पुलिस उसे निरस्त करवाने का प्रयास करेगी।
पिछले 15 दिनों से चल रही प्रक्रिया
प्रदेश में पिछले 15-20 दिनों से हर जिले में ऐसे अपराधियों के अपराधों की पूरी कुंडली खंगाली जा रही है, जिन्हें पुलिस हर हाल में सलाखों के पीछे रखना चाहती है। इसमें से कुछ अभी जेल में बंद हैं, जबकि कुछ जमानत पर बाहर घूम रहे हैं। जेल में जो बंद में उनकी भी अदालत में क्या स्थिति है, इस पर भी पुलिस की अब नजर है। पुलिस को पता चला है कि इनमें से कुछ जमानत लेने के प्रयास कर रहे हैं। ऐसे में इन्हें जमानत न मिले, इसे लेकर भी पुलिस और जिला प्रशासन सक्रिय रहेगा और कोर्ट के अंदर जमानत नहीं दिए जाने पर जोर देगा। इधर जो जमानत पर हैं, उन्हें भी वापस से जेल भेजने की तैयारी पुलिस कर रही है। विधि विशेषज्ञों से राय लेकर पुलिस इन्हें फिर से जेल की चार दीवारी में बंद करने की तैयारी में है। जब तक ये बाहर हैं तब तक स्थानीय पुलिस इन पर लगातार निगरानी रखी जा रही है।
पुलिस अधीक्षक करेंगे जिम्मेदारी तय
आदतन अपराधियों द्वारा जिलों में अपराध करने पर स्थानीय स्तर पर पुलिस अफसर की ही जिम्मेदारी तय की जाएगी। पुलिस मुख्यालय जल्द ही इस संबंध में सभी पुलिस अधीक्षकों को ताकीद करने जा रहा है कि आदतन अपराधी और गंभीर अपराध करने वाले यदि जमानत में आते हैं और उस दौरान वे किसी बड़ी या गंभीर वारदात को अंजाम देते हैं, तो उसकी जिम्मेदारी स्थानीय स्तर पर पुलिस अफसर की तय की जाए और उस अफसर पर भी एक्शन लिया जाए। इसलिए ऐसे बदमाश यदि जमानत पर आए तो जब तक वे बाहर रहेंगे तक तब उनकी पुलिस लगातार निगरानी भी करेगी।