ग्वालियर
विधायक प्रीतम लोधी के बेटे दिनेश ने एक बार फिर उत्पात मचाया है, बीती 31 दिसंबर की रात दिनेश ने अपने पड़ोस जलालपुर में रहने वाले को कुचलने की कोशिश की, दिनेश ने तेज रफ़्तार स्कॉर्पियो भागे और लालू यादव के घर के बाहर खड़ी एक्टिवा में जोरदार टक्कर मार दी , इस दौरान यहाँ खड़ा एक मासूम बाल बाल बच गया, घटना सीसीटीवी में कैद हो गई , पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
तेज रफ़्तार स्कॉर्पियो पड़ोसी के घर पर चढ़ाई
पिछोर से विधायक बने प्रीतम लोधी के लिए उनका बेटा दिनेश मुसीबत बनता जा रहा है , विधायक का चुनाव जीतते ही एक व्यक्ति को फोन पर धमकाने वाले दिनेश ने कल 31 दिसंबर की रात पड़ोसियों को कुचलने की कोशिश की, दिनेश अपने गाँव जलालपुर में तेज रफ़्तार स्कॉर्पियो चलाता हुआ लाया और गाँव में ही रहने वाले लालू यादव के घर के बाहर गाड़ी चढ़ा दी , गाड़ी की टक्कर से लालू के घर के बाहर खड़ी एक्टिवा गिर गई गनीमत ये रही कि पास में ही खड़ा एक मासूम टक्कर की चपेट में आने से बच गया।
क्षेत्र में रंगदारी जमाना चाहता है विधायक का बेटा
लालू यादव के परिजनों ने पुरानी छावनी थाने में घटना की शिकायत की और घटना के सीसीटीवी फुटेज पुलिस को सौंपे, जिसके बाद पुलिस ने देर रात दिनेश को गिरफ्तार कर लिया, आपको बता दें कि लालू यादव गैंगस्टर भगवान दास कमरिया का भतीजा है, भगवान दास की कई साल पहले गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी, बताया जाता है कि लालू और दिनेश के बीच रंगदारी ज़माने को लेकर अदावत है।
बता दें कि इससे पहले मतगणना वाले दिन भी प्रीतम सिंह लोधी ने जैसे ही पिछोर विधानसभा सीट से जीत दर्ज कराई थी, उसी दिन उनके बेटे दिनेश लोधी ने सिकंदर यादव नाम के एक व्यक्ति को फोन पर धमकाया था. जिसके बाद दिनेश लोधी के खिलाफ पुरानी छावनी थाने में एफआईआर दर्ज हुई थी.
इसके बाद सिकंदर यादव के ही एक सहयोगी राजकुमार यादव ने दिनेश लोधी से फोन लगाकर बातचीत की. इस दौरान दोनों में बहसबाजी हुई. दिनेश लोधी ने राजकुमार यादव पर भी पुरानी छावनी थाने में एफआईआर दर्ज करवा दी थी. रविवार की रात को दिनेश लोधी ने जिस रविंद्र सिंह यादव को कुचलना की कोशिश की, वह राजकुमार यादव का भाई है.
कुल मिलाकर पिछले कुछ दिनों से दिनेश लोधी और उसके विरोधियों के बीच लगातार धमकाने और एफआईआर दर्ज कराने का सिलसिला चला आ रहा है. लेकिन जिस तरीके से दिनेश लोधी ने अपने पड़ोसियों को स्कॉर्पियो से कुचलना की कोशिश की, उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि पिता के विधायक बन जाने के बाद बेटा किस कदर गुंडागर्दी पर उतारू हो गया है.