नई दिल्ली
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लगातार तीसरी बार प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समन पर हाजिर होने से इनकार कर दिया है। आम आदमी पार्टी ने यह कहकर बचाव किया है कि उसके राष्ट्रीय संयोजक को लोकसभा चुनाव से पहले गिरफ्तार करने की साजिश की जा रही है ताकि वह प्रचार ना कर सकें। वहीं भारतीय जनता पार्टी ने 'चोर की मूंछ में तिनका' बताकर तंज कसा। इस बीच कांग्रेस पार्टी ने भी केजरीवाल को कानून मानने की नसीहत दे डाली है। कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित और राशिद अल्वी ने कहा कि केजरीवाल को कानूनी प्रक्रिया का पालन करना चाहिए, भले ही जांच एजेंसियां कई बार राजनीति के तहत काम करती हैं।
पहले भी आम आदमी पार्टी पर हमलावर रहे कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने एएनआई से बातचीत में कहा, 'एक कानूनी प्रक्रिया होती है वह तो आपको फॉलो करनी पड़ेगी। मेरे हिसाब से जो इन्होंने किया वह ठीक नहीं किया, अन्यथा किसी चीज को राजनीतिक पहलू दे रहे हैं। हम मानते हैं कि कई बार ईडी, इनकम टैक्स और सीबीआई को देखा गया कि वे राजनीतिक रूप से काम करते हैं। लेकिन जो कानूनी प्रक्रिया है वह तो आपको करनी है।'
संदीप दीक्षित ने केजरीवाल से अपनी पुरानी बातचीत का हवाला देते हुए कहा कि तब वह जो कहते थे उस पर कायम रहना चाहिए। उन्होंने कहा, 'मैं केजरीवाल साहब से एक सवाल करना चाहता हूं, आप लोगों को याद होगा जब लोकपाल बिल की चर्चा चल रही थी तो कांग्रेस पार्टी की तरफ से मैं भी इनसे चर्चा करता था। मैंने इनसे कहा था कि जैसा लोकपाल कानून आप लोग चाहते हैं वह भयंकर हो जाएगा, इसका गलत इस्तेमाल होगा, यदि लोकपाल गलत बन जाता है या सरकार गलत इस्तेमाल करती है। तब उन्होंने (केजरीवाल) ने कहा था भाई साहब नेता को पारदर्शी दिखना चाहिए, उसके ऊपर कोई भी आरोप लगे तो इस्तीफा देना चाहिए, लोकपाल के अधीन जाना चाहिए, गिरफ्तारी हो तो गिरफ्तार होना चाहिए, अगर वह निर्दोष है तो अपने आप बात साफ हो जाएगी। जिन कथन पर उन्होंने नेतागिरी की, जनता में विश्वास कायम किया। अपनी बात पर तो कायम रहे, ये अपनी विचारधारा के ही सबसे बड़े धोखेबाज बनते जा रहे हैं।'
संदीप ने कहा कि यह पूछना गलत है कि किस हैसियत से बुलाया गया है। संदीप दीक्षित ने कहा कि राहुल गांधी और सोनिया गांधी भी ईडी के सामने पेश हो चुके हैं। पता नहीं चला कि किस रूप में उन्हें बुलाया गया। जांच के दौरान तो गवाह, अभियुक्त, जिन पर संदेह होता है सबसे बात की जाती है। पुलिस को शुरुआत में थोड़ी पता होता है कि कौन दोषी है। यह कह देना कि किस हैसियत से बुलाया है, आपकी भी वही हैसियत है जो सामान्य आदमी की होती है। हम पर कोई केस बनेगा तो क्या इतना मौका मिलेगा, पुलिस आती और घसीटकर ले जाती, जैसे पंजाब में इनके लोगों ने कांग्रेस के नेताओं को घसीटकर गिरफ्तार किया।
नहीं जाएंगे तो ईडी करेगी गिरफ्तार: अल्वी
संदीप दीक्षित के अलावा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राशिद अल्वी ने भी कहा कि केजरीवाल को ईडी के सामने जाना चाहिए था। उन्होंने कहा, ईडी पर भरोसा नहीं किया जा सकता लेकिन ज्यादा बेहतर होता कि अरविंद केजरीवाल सामने जाते। देश निगाहें लगाए बैठा है कि ई़डी उनके साथ क्या करती है। अगर वे (अरविंद केजरीवाल) ईडी के सामने नहीं जाते हैं तो अदालत से वारंट जारी करवाकर उन्हें गिरफ्तार कर सकती है। उनके पास सबूत है या नहीं वह अलग चीज है। यदि वह चले जाते तो ज्यादा बेहतर होता।'