जगदलपुर। रेल सुविधाओं को लेकर शुरू हुई पदयात्रा के तीसरे दिन भी पदयात्रियों में गजब का उत्साह देखने को मिला। उत्साह का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पदयात्रियों के पैरों में छाले पडने के बावजूद नारायणपुर से पहुंची स्वास्थ्य टीम से इलाज करवाकर अपनी पदयात्रा जारी रख रहे हैं। बस्तर रेल आंदोलन के पदयात्रियों का जोश तब और दुगना हो जाता है जब गांव और कस्बों में स्थानिय लोगों के द्वारा तिलक लगाकर स्वागत कर अपना योगदान देने के लिए पदयात्रियों का इंतजार करते रहते हैं।
उत्साह का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दूसरे दिन पदयात्रियों को सिर्फ सात किमी का सफर तय कर धूरिया तक जाना था। लेकिन तपती गर्मी के बावजूद सभी पदयात्रियों ने 33 किमी नाप दिए। आंदोलन के लोगों ने फैसला लिया कि वे सीधे नारायणपुर तक चलते है। सभी ने हामी भरी और सुबह 06 बजे शुरू हुई यह पदयात्रा रात 08 बजे नारायणपुर पहुंची।
उल्लेखनीय है कि सोमवार को पदयात्रियों को यात्रा ताड़ोकी से आगे बढ़ी। सोमवार जंगलों के रास्ते जैसे ही यह पदयात्रा आगे बढ़ी वैसे ही वीरान सड़कों से होकर वे गुजर रहे थे, काफी दूर तक यहां कोई गांव नजर नहीं आया। इस दौरान रावघाट पुलिस परिवार व भरंडा पुलिस परिवार ने चाय व नाश्ते का इंतजाम करवाया।