अयोध्या
1987 में पहली बार प्रसारित हुए रामानंद सागर कृत टीवी धारावाहिक 'रामायण' का अयोध्या में लगभग सात स्थानों पर विशेष प्रसारण हो रहा है। शहर के विभिन्न प्रमुख क्षेत्रों में एलईडी डिस्प्ले के जरिए निरंतर प्रसारण जारी है। प्रदेश के सूचना व जनसंपर्क विभाग की तरफ से प्रसारण किया जा रहा है। एक अधिकारी ने बताया कि रामायण का प्रसारण शाम 5 बजे से रात 11 बजे तक किया जा रहा है। रामकथा पार्क संग्रहालय, कनक भवन के पास, श्रीराम आश्रम, अशर्फी भवन, तुलसी उद्यान, भजन संध्या स्थल, लक्ष्मण किला आदि स्थानों पर प्रसारण हो रहा है। प्रभु श्रीराम के विग्रह की श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के पूर्व निराकार रामलला के साकार होने की लालसा ने अयोध्यावासियों को इस कदर भाव विह्वल कर दिया है कि रामायण के प्रसंगों में वह अपने-अपने राम को अंगीकार होते देख रहे हैं। स्थानीय लोग बता रहे हैं कि 'रामायण' के प्रसारण को देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ जुट रही है।
इसके अतिरिक्त, श्रीराम जन्मभूमि मंदिर समेत अयोध्या में विकास कार्यों को गति देने में जुटे श्रमिक अपने दिन भर का कार्य पूरा करके जब घर लौटते हैं तो रास्ते में वह इस प्रसारण को देखकर नई उर्जा से भर उठते हैं और अगले दिन नई उमंग से राम कार्य को पूर्ण करने के लिए काम पर चल देते हैं।
रामानंद सागर कृत रामायण के भक्तिगीत व भजन भी रामनगरी में जमकर गूंज रहे हैं। रवींद्र जैन के सुमधुर आवाज में निरंतर 'रामभक्त ले चला रे राम की निशानी', 'राम कहानी-सुनो रे राम कहानी', 'मंगल भवन अमंगल हारी', 'रामायण चौपाई', 'हम कथा सुनाते राम सकल गुण धाम की' समेत अनेक भजन प्रमुख चौक-चौराहों पर सुनने को मिल रहे हैं। पीएम मोदी के 30 दिसंबर को हुए रोड-शो के दौरान भी सभी गीत लगातार लाउडस्पीकर्स के जरिए बजाए जा रहे थे।