जालंधर
साल 2023 की आखिरी शाम जहां लोग नए साल के स्वागत के जश्न में डूबे थे, वहीं जालंधर में एक परिवार खत्म हो गया। आदमपुर में एक ही परिवार के 5 सदस्यों की संदिग्ध हालातों में मौत हो गई। पांचों के शव फंदे से लटके मिले है। कहा जा रहा है कि परिवार ने आर्थिक तंगी के चलते इतना खौफनाक कदम उठाया है। मृतकों की पहचान 55 के मनमोहन सिंह, उनकी 55 वर्षीय पत्नी सर्बजीत कौर, दो बेटियां 32 वर्षीय प्रभजोत उर्फ ज्योति, 31 वर्षीय गुरप्रीत कौर उर्फ गोपी और ज्योति की तीन साल की बेटी अमन के रूप में हुई है।
पुलिस जांच में पता चला है कि मृतक 55 वर्षीय व्यक्ति ने पहले परिवार के चार लोगों की हत्या की और फिर उसने खुद भी फंदा लगा लिया। प्रारंभिक जांच में बताया जा रहा है कि परिवार ने आर्थिक तंगी के चलते यह कदम उठाया है। जालंधर देहात पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस ने शवों को पोस्ट मॉर्टम के लिए सिविल हॉस्पिटल भेज दिया है। घटना के बाद गांव में मातम पसरा है।
दामाद ससुराल आया तो लटके देखे शव
घटना आदमपुर के गांव डरौली खुर्द की है। मृतक मनमोहन सिंह के दामाद सर्बजीत सिंह ने बताया कि वह बीते दिन से अपने ससुराल में फोन कर रहा था, लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया। रविवार देर शाम वह खुद डरौली खुर्द पहुंचा तो वहां का मंजर देख उस का दिल दहल गया। घर में मासूम बच्ची सहित परिवार के 5 सदस्यों के शव फंदे से झूल रहे थे। उसने पड़ोस के लोगों को इसकी जानकारी दी जिसके बाद पुलिस को सूचित किया गया। सूचना मिलते ही थाना आदमपुर के एस.एच.ओ. मनजीत सिंह मौके पर पहुंचे। घटनास्थल से सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है।
कारोबार में नुकसान और ब्याज से तंग था मनमोहन सिंह
मनमोहन सिंह पोस्ट ऑफिस में काम करते थे। SHO मनजीत सिंह ने बताया कि सुसाइड नोट में मनमोहन सिंह ने लिखा है कि उसने साल 2003 में पोल्ट्री फार्म खोलने के लिए 5 लाख का लोन लिया था। कारोबार में नुकसान होने के बाद उसने गांव के किसी व्यक्ति से ब्याज पर और पैसे उधार ले लिए। ब्याज चुकाते चुकाते वह और भी कर्ज में डूब गया। सुसाइड नोट में लिखा है कि परिवार आर्थिक तंगी के चलते सुसाइड कर रहा है। उनकी मौत को लेकर किसी को परेशान न किया जाए। मृतकों के गले पर रस्सी के निशान हैं। आशंका जताई जा रही है पहले सभी को फंदा लगाने के बाद मनमोहन सिंह ने खुद आत्महत्या की हो। फिल्हाल मामले की जांच की जा रही है। मौके पर फोरेंसिक टीम भी जांच के लिए पहुंच गई है।