मंत्रिमंडल के गठन के बाद भी नहीं हुआ मंत्रियों के विभागों का बंटवारा

लखनऊ। योगी मंत्रिमंडल के गठन के तीन दिन बाद भी मंत्रियों में विभागों का बंटवारा नहीं हो सका है। विभागों के बंटवारे को लेकर शीर्ष स्तर पर मंथन जारी है। सोमवार या मंगलवार तक विभागों का बंटवारा होने की संभावना है। नए मंत्री नवरात्रि में मंत्रालय का कामकाज संभाल सकते हैं। नवरात्रि दो अप्रैल से शुरू हो रही है।
53 सदस्यीय मंत्रिमंडल ने 25 मार्च को अटल बिहारी वाजपेयी इकाना अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में शपथ ली थी। 10 मार्च को चुनाव परिणाम आने के 15 दिन बाद शपथ ग्रहण होने से माना जा रहा था कि विभागों का बंटवारा भी उसी दिन हो जाएगा। मगर तीन दिन बाद भी इस पर फैसला न होना राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है। योगी सरकार 2.0 में दो उप मुख्यमंत्री सहित 18 कैबिनेट मंत्री, 14 राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और 20 राज्यमंत्री हैं। जानकारों का मानना है कि गृह, वित्त, पीडब्ल्यूडी, ऊर्जा, जलशक्ति, चिकित्सा एवं स्वास्थ, चिकित्सा शिक्षा, औद्योगिक विकास और शिक्षा जैसे बड़े महकमों को लेकर खींचतान है।
सूत्रों के मुताबिक कुछ वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री और राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) महत्वपूर्ण विभाग चाहते हैं। वहीं, पार्टी के वरिष्ठ नेता लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर जनता के बीच सरकार की छवि, केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन, जनता और कार्यकर्ताओं की सुनवाई के लिए मंत्रियों को उनकी क्षमता को ध्यान में रखकर विभागों का बंटवारा किए जाने के पक्षधर हैं।
केशव, ब्रजेश, स्वतंत्र देव, अरविंद और असीम के महकमे पर नजर
राजनीतिक हल्कों में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, कैबिनेट मंत्री और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, कैबिनेट मंत्री अरविंद कुमार शर्मा, पूर्व एडीजी असीम अरुण को किस विभाग की कमान मिलेगी, इसको लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। इनमें भी पीडब्ल्यूडी, ऊर्जा, जल शक्ति, नगर विकास जैसे बड़े विभागों को लेकर अटकलों का दौर जारी है।

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