यूक्रेन की राजधानी कीव से रूस ने हटाया फोकस, लक्ष्य से पीछे हट रहे पुतिन?

वाशिंगटन। रूसी सेना यूक्रेन में जारी युद्ध में अब अपना ध्यान राजधानी कीव से हटाते हुए दिख रही है. रिपोर्ट्स के मुताबिक रूस का ध्यान यूक्रेन के पूर्वी हिस्से में स्थित डोनबास क्षेत्र को मुक्त कराने पर है. अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि यह युद्ध के नए चरण की शुरुआत हो सकती है। उन्होंने कहा कि हालांकि अभी यह कहना जल्दबाजी होगा कि इसके क्या परिणाम होंगे।
पुतिन को दबाव का सामना करना पड़ रहा?
देश के कई हिस्सों में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की सेना को काफी दबाव का सामना करना पड़ रहा है। अमेरिका और अन्य देश यूक्रेन को हथियार और साजो-सामान की आपूर्ति बढ़ा रहे हैं। हाल में अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है कि उन्हें कुछ क्षेत्रों में सीमित रूप से ही सही, यूक्रेनी सैनिकों के आक्रामक होने के सबूत मिले हैं। उन्होंने कहा कि इस हफ्ते की शुरुआत में वे (यूक्रेनी सैनिक) काला सागर तट पर बंदरगाह में एक बड़े रूसी जहाज पर हमला करने में कामयाब रहे।
रूस ने पहले चरण के लक्ष्य को हासिल किया?
रूसी सेना के उपप्रमुख कर्नल जनरल सर्गेई रुड्सकोई ने कहा था कि रूसी बलों ने पहले चरण के मुख्य उद्देश्यों को मोटे तौर पर हासिल कर लिया है। रूस ने पहले चरण को यूक्रेन में विशेष सैन्य अभियान करार दिया था। रुड्सकोई ने कहा था कि रूसी बलों ने यूक्रेन की लड़ाकू सैन्य क्षमता को अपेक्षाकृत कमजोर कर दिया है और अब वे अपने मुख्य लक्ष्य यानी डोनबास की आजादी को हासिल करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे।
बोले जेलेंस्की- यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता की गारंटी चाहिए
रुडस्कोई के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने युद्ध को समाप्त करने के लिए रूस से बातचीत करने की अपील की। हालांकि उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि यूक्रेन शांति की कीमत अपने किसी भी क्षेत्र को छोड़ने के लिए सहमत नहीं होगा। उन्होंने देश के नाम एक वीडियो संदेश में कहा, यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता की गारंटी दी जानी चाहिए। शर्तें निष्पक्ष होनी चाहिए, क्योंकि यूक्रेनी लोग कुछ भी गलत स्वीकार नहीं करेंगे।
कमजोर पड़ी है रूसी सेना?
अमेरिका के एक रक्षा अधिकारी ने कहा है कि एक महीने से जारी युद्ध में रूसी सेना देश के अधिकांश हिस्सों में कमजोर पड़ी है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों में रूसी बलों ने कीव को लेकर बहुत कम दिलचस्पी दिखाई है, हालांकि वे राजधानी पर हवाई हमले जारी रखे हुए हैं। अधिकारी ने कहा, कम से कम इस समय वे कीव को ध्यान में रखते हुए आगे नहीं बढ़ाना चाहते। वे डोनबास पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
डोनबास को मुक्त कराना चाहते हैं पुतिन?
पुतिन 24 फरवरी को आक्रमण की शुरुआत से स्पष्ट रूप से यह नहीं बता रहे हैं कि यूक्रेन को लेकर उनके क्या इरादे हैं। उन्होंने कहा था कि इसका उद्देश्य यूक्रेन सरकार को सेना से अलग करना और उसके प्रभाव को कम करना है। साथ ही उन्होंने कहा था कि वह डोनबास को मुक्त कराना चाहते हैं, जिसका एक हिस्सा 2014 से रूसी समर्थित अलगाववादी नियंत्रण में है। पुतिन ने यूक्रेन की सीमाओं पर 150,000 से अधिक सैनिकों को तैनात किया था। पहले सैनिकों का लक्ष्य कीव या डोनबास पर ध्यान केंद्रित करना था, लेकिन बाद में कई उन्हें कई और उद्देश्यों को हासिल करने में लगा दिया गया।
रूसियों ने अपना दृष्टिकोण बदला?
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने ब्रसेल्स में कहा, यह कहना जल्दबाजी होगा कि क्या रूसियों ने अपना दृष्टिकोण बदल दिया है। उन्होंने कहा, ”यह बहुत स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है यूक्रेन के लोगों ने हर तरह से रूसी सेना का डटकर सामना किया है। हम पिछले कई दिन से ऐसा देख रहे हैं।” इराक, अफगानिस्तान और अन्य जगहों पर अमेरिकी युद्धों का अध्ययन करने वाले कोलंबिया विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय एवं सार्वजनिक मामलों के प्रोफेसर स्टीफन बिडल ने कहा कि शुक्रवार के बयान से मास्को के इरादे को समझना मुश्किल है। उन्होंने डोनबास के कुछ हिस्सों पर रूस की मौजूदा पकड़ का जिक्र करते हुए कहा, यह अच्छी बात है कि वे युद्ध के अपने कथित मूल उद्देश्य की ओर लौट रहे हैं।”
डोनबास पर ही ध्यान केंद्रित करेगा रूस?
बिडल ने कहा कि यह भी संभव है कि उन्हें लगा हो कि उन्होंने गलत दृष्टिकोण के साथ युद्ध शुरू किया है। उन्होंने कहा कि इस स्थिति में अब वे डोनबास पर ही ध्यान केंद्रित कर संगठित होने का प्रयास कर सकते हैं और ऐसा होने पर वे नए सिर से हमले करते हुए दूसरी जगहों को भी निशाना बना सकते हैं। वाशिंगटन थिंक टैंक, लेक्सिंगटन इंस्टीट्यूट के एक रक्षा विश्लेषक लॉरेन थॉम्पसन ने एक ईमेल में कहा, रूस यूक्रेन में बने दलदल से बाहर निकलने का रास्ता तलाश रहा है। डोनबास पर ध्यान केंद्रित करना हार को स्वीकार किए बिना वापस जाने का एक तरीका हो सकता है।
अमेरिकी रक्षा सचिव बोले, घटिया है रूस की रणनीति
सीआईए के पूर्व निदेशक और रक्षा सचिव रॉबर्ट गेट्स ने कहा कि पुतिन को अपनी सेना के प्रदर्शन से आश्चर्यजनक रूप से निराश होना पड़ा है।” गेट्स ने बुधवार को एक कार्यक्रम में कहा, यूक्रेन में हम देख रहे हैं कि उन्हें (रूस सैनिकों को) पता ही नहीं कि वे क्या चाहते हैं। वे बहुत अच्छी तरह से प्रशिक्षित नहीं हैं, और कमान तथा नियंत्रण के लिहाज से उनके साथ बहुत बड़ी समस्याएं हैं। उनकी रणनीति घटिया है।

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