खुद को टिपिकल स्टार किड नहीं मानती हैं अलीजेह

मुंबई

एक्टर सलमान खान के परिवार से उनकी भांजी अलीजेह अग्निहोत्री ने हाल ही में फिल्म फर्रे से अपना डेब्यू किया था। इस फिल्म को उनके पिता और निमार्ता अतुल अग्निहोत्री ने प्रोड्यूस किया। जामतारा फेम सौमेंद्र पाधी फर्रे के डायरेक्टर थे। अब ट्रेड के हवाले से खबर आ रही है कि अतुल अग्निहोत्री अपनी बिटिया को लेकर एक और फिल्म प्लान कर रहे हैं।

ट्रेड पंडितों के मुताबिक अतुल अग्निहोत्री ने दरअसल अपने बैनर से दो फिल्में अपनी बिटिया को लेकर प्लान की थीं। एक सौमेंद्र पाधी की फर्रे थी और दूसरी वो बनाने वाले हैं। संयोग से फर्रे पहले बन गई। दूसरी फिल्म की डायरेक्टर मेघना गुलजार हो सकती हैं। फिल्म इंडिया की एक मशहूर ऐथलीट की बायोपिक होगी। हालांकि इस वक्त उस प्रोजेक्ट के बारे में कुछ बताया नहीं जा रहा है। बायोपिक किस ऐथलीट पर आधारित होगी? फिल्म में बाकी स्टार कास्ट कौन होंगे? इन सब विषयों पर अनाउंसमेंट जल्द ही होगी। फिलहाल फर्रे पर फ्रेंचाइजी बनाने की निमार्ताओं की कोई प्लानिंग नहीं है। कहानी पहले ही पार्ट में कंप्लीट कर दी गई थी। जो ऐथलीट की बायोपिक होगी, उसे भी फर्रे की तरह सलमान खान फिल्म्स को-प्रोड्यूस करेगी। ट्रेड सूत्र और भी दिलचस्प जानकारी देते हैं।

उन सूत्रों के मुताबिक अलीजेह की पहली फिल्म में भले नए कलाकार थे, पर क्रू मेंबर्स अनुभवी थे। मिसाल के तौर पर इसकी सिनेमैटोग्राफी जापानी मूल की मशहूर सिनेमैटोग्राफर केइको नाकाहारा से करवाई गई थी। केइको ने अजय देवगन की हिस्टॉरिकल वॉर फिल्म तान्हाजी शूट की थी। फर्रे को विजुअली बेहतर बनाने में अतुल अग्निहोत्री की ओर से कोई कसर नहीं छोड़ी गई। इसकी शूटिंग ऑस्ट्रेलिया में की गई। एमके रैना के साथ कलाकारों का वर्कशॉप भी महीनों तक करवाया गया। फिल्म बनने में 15 करोड़ से लेकर 20 करोड़ तक खर्च हुए। मुझे इतने पाजिटिव रिस्पॉन्स की उम्मीद नहीं थी। हमें इस फिल्म पर बहुत गर्व है और हम काफी खुश हैं। हां बिल्कुल। मैंने शो, फिल्मों और विज्ञापनों के लिए ऑडिशन दिए हैं।

ये जानने के लिए कि क्या मैं इस भूमिका के लिए सही हूं कि नहीं। मेरे ख्याल से हर अभिनेता को निर्देशक के साथ ऑडिशन या रीडिंग करनी पड़ती है। मैंने भी की। इस फिल्म के बाद मुझे बहुत प्यार मिला है और मैं बेहद आभारी हूं। मेरे नानाजी ने मुझे काफी टिप्स दिए। भले ही मैं इस इंडस्ट्री में अभी नई हूं, मगर मुझे लगता है कि मेरे पास उस शख्स की दी हुई सलाह हैं, जिन्हें इस इंडस्ट्री का 50 सालों का अनुभव है। नतीजतन, मुझमें आज जो भी वैल्युज हैं, उसकी वजह नानाजी ही हैं।

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