मतगणना में नहीं होगी कोई गड़बड़ी, बढ़ाई जाएगी टेबलों की संख्या

भोपाल

जिला निर्वाचन कार्यालय द्वारा सात विधानसभा क्षेत्र में हुए मतदानों की मतगणना के लिए जिला जेल में तैयारियां की जा रही हैं। यहीं पर बनाए गए स्ट्रांग रूम में डाक मतपत्र की पेटियां और दो हजार 49 ईवीएम रखी हुई हैं, जिनके लिए तीन स्तर की सुरक्षा व्यवस्था लगाई गई है।

वहीं, जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर आशीष सिंह द्वारा शुक्रवार को मतगणना स्थल का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मतगणना के लिए टेबल बढ़ाने का प्रस्ताव तैयार कराया है, जिसे चुनाव आयोग को भेज दिया गया है। इससे जल्द से जल्द मतगणना संपन्न होने के साथ परिणाम भी सामने आएंगे।

साढ़े आठ बजे ईवीएम के मतों की गिनती शुरू होगी

निरीक्षण के दौरान नोडल मतगणना संदीप केरकेट्टा, उप जिला निर्वाचन अधिकारी रविशंकर राय सहित सभी आरओ व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।बड़े विधानसभा क्षेत्रों में सबसे अधिक टेबल जिला की सात विधानसभा क्षेत्रों की मतगणना तीन दिसंबर को सुबह आठ बजे से की जाएगी। आधे घंटे में डाक मतपत्रों की गिनती पूरी होने के बाद साढ़े आठ बजे ईवीएम के मतों की गिनती शुरू होगी।

अभी तक सभी विधानसभा क्षेत्रों की गणना के लिए 14 -14 टेबल लगाई जानी थी, लेकिन अब इनकी संख्या बढ़ा दी गई है। जिस विधानसभा में सबसे अधिक मतदान केंद्र हैं वहां टेबल की संख्या ज्यादा करने की तैयारी है। नरेला में 332 मतदान केंद्र हैं, इसलिए यहां 14 की जगह 21 टेबल, गोविंदुपरा में 373 और हुजूर में 348 केंद्र के लिए यहां 20-20 टेबल मतगणना के लिए लगाई जाएंगी।

मतगणना कक्षों की तैयारियों का जायजा लिया

मतगणना के दौरान टेबल की संख्या बढ़ने से चरणों में कमी आएगी। वहीं, डाक मतपत्रों की गिनती के लिए सातों विधानसभा क्षेत्र में दो से पांच तक टेबल लगाई जाएंगी।कर्मचारियों को दिया जा रहा प्रशिक्षण, कलेक्टर ने दिए निर्देश कलेक्टर आशीष सिंह शुक्रवार को पुरानी जेल में पहुंचे और विधानसभावार बनाए गए मतगणना कक्षों की तैयारियों का जायजा लिया।

साथ ही डाक मतपत्रों की गणना के लिए की जा रही तैयारियों, स्ट्रांग रूम की सुरक्षा व्यवस्था को देखा। उन्होंने रिटर्निंग अधिकारी को मतगणना से संबंधित सभी तरह की तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। मतगणना के लिए करीब एक हजार 200 कर्मचारियों को ड्यूटी लगाई जाएगी।

मप्र विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद अब हर किसी की नजरें 3 दिसंबर को होने वाली मतगणना पर टिकी हुई है। ऐसे में मतगणना के दौरान जिले की पांचों विधानसभा सीटों में से सबसे पहले सारंगपुर विधानसभा का चुनाव परिणाम घोषित होगा, तो सबसे बाद में खिलचीपुर का चुनाव परिणाम घोषित हो सकेगा। बीच में शेष तीन विधानसभा क्षेत्रों के परिणाम घोषित होंगे। 

 

राउंडवार गिनती

तीन दिसंबर को जिला मुख्यालय पर स्थित स्टेडियम के समीप नवीन कालेज भवन में पांचों विधानसभा क्षेत्रों के वोटों की गिनती की जानी है। इसके लिए सभी विधानसभा क्षेत्र के वोटों को 14-14 टेबलों पर राउंडवार गिना जाएगा।

अलग-अलग विधानसभा क्षेत्र के लिए अलग-अलग राउंड रहेंगे। ऐसे में सबसे पहले यदि किसी विधानसभा क्षेत्र की तस्वीर साफ होगी तो वह है सारंगपुर। सारंगपुर में राउंड सबसे कम 18 राउंड रहेंगे। 18 वें राउंड में भी 7 ईवीएम बचेंगी, जबकि सबसे अधिक राउंड खिलचीपुर व ब्यावरा विधानसभा क्षेत्र के लिए 21-21 रहेंगे। लेकिन 21 वें राउंड में ब्यावरा की सिर्फ 5 टेबलों पर गिनती बचेगी, तो खिलचीपुर की 11 टेबलों पर गणना बचेगी।

ऐसे में सबसे अंत में खिलचीपुर का चुनाव परिणाम ही घोषित होना तय है।

राजगढ़ विधानसभा

20 वे राउंड तक चलेगी गिनती राजगढ़ विधानसभा क्षेत्र में कुल 278 मतदान केंद्र हैं। ऐसे में प्रत्येक राउंड में 14-14 मतदान केंद्र के वोटों को उन केंद्रों की ईवीएम मशीनों को लाकर गिना जाएगा। यह गिनती क्रमश: चलेगी। ऐसे में 19 राउंड में राजगढ़ विधानसभा क्षेत्र के 266 मतदान केंद्रों की गिनती हो सकेगी, जबकि 20 वें राउंड में शेष बचने वाले 12 मतदान केंद्रों की गिनती होगी।

अंतिम राउंड में 13 व 14 नंबर की टेबलों को हटाकर 12 टेबलों पर 12 मशीनों के वोटों को गिना जाएगा।

ब्यावरा विधानसभा

21 वे राउंड में होगी तस्वीर साफ ब्यावरा विधानसभा क्षेत्र में कुल 285 मतदान केंद्र हैं। ऐसे में ब्यावरा के वोटों की गिनती के लिए भी 14 टेबलें लगाई जाएंगी। उन्हीं टेबलों पर मतदान केंद्र के हिसाब से क्रमश: मशीनों को लाकर वोटों की गणना की जाएगी। 20 वे राउंड तक 280 मतदान केंद्रों के वोटों की गिनती हो जाएगी। इसके बाद 5 ईवीएम शेष बचेंगी।

अंतिम व 21 वें राउंड में सिर्फ 5 टेबलों को रखा जाएगा व 9 टेबलों को हटा दिया जाएगा। अंत में 5 मतदान केंद्रों की गिनती के साथ 21 वें राउंड में तस्वीर साफ हो सकेगी।