(अर्जुन झा)
जगदलपुर। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं बस्तर के सांसद दीपक बैज राजधर्म तो बखूबी निभाते आए हैं, गृहस्थ धर्म निभाने में भी वे पीछे नहीं रहते। इन दिनों वे अपने परिवार के साथ मध्यप्रदेश में परिवार के साथ फुरसत के पल गुजार रहे हैं।
दीपक बैज पर राजनीति की दोहरी जिम्मेदारी है। बस्तर लोकसभा क्षेत्र के सांसद होने के नाते उन्हें संपूर्ण बस्तर, बीजापुर, दंतेवाड़ा, सुकमा जिलों तथा आंशिक रूप से नारायणपुर जिले के नागरिकों की सुख सुविधा और दुख तकलीफ का ध्यान रखना पड़ता है। संसद के भीतर उनकी सक्रियता किसी से छुपी नहीं है। इतने विशाल लोकसभा क्षेत्र का जिम्मा सम्हालना बड़े जिगर वाले जनप्रतिनिधि के ही वश की बात है। इसके साथ ही दीपक बैज को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष होने के नाते समूचे छत्तीसगढ़ में पार्टी संगठन को मजबूत और सतत सक्रिय बनाए रखने की भी बड़ी जिम्मेदारी सम्हालनी पड़ रही है। हाल ही में निपटे विधानसभा चुनावों में प्रदेश कांग्रेस प्रमुख दीपक बैज ने दमदार सेनापति की भूमिका निभाई। बस्तर जिले के चित्रकोट विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे दीपक बैज सिर्फ अपने ही चुनाव प्रचार में उलझे नहीं रहे, अपितु उन्होंने बस्तर की प्रायः सभी सीटों तथा छत्तीसगढ़ की अनेक सीटों के कांग्रेस प्रत्याशियों के लिए भी भरपूर समय निकाला, उनके पक्ष में प्रचार किया। उन्होंने कांग्रेस के विजय अभियान के लिए दिन रात एक कर दिया था। इन सबके बीच दीपक बैज की धर्मपत्नी पूनम बैज के धैर्य की भी दाद देनी पड़ेगी, जो अपने जीवन साथी के राजधर्म में कभी बाधक नहीं बनीं। पूनम बैज पूनम की चांद की तरह शीतल बनी रहकर अपने जीवन साथी दीपक बैज को कभी यह अहसास ही नहीं होने दिया कि श्री बैज के बिना वे और उनके मासूम पुत्र सूर्यांश घर में एकाकीपन महसूस करते हैं। ऐसी धैर्यवान अर्धांगिनी ही पति को उन्नति के शिखर पर पहुंचाने में मददगार साबित होती हैं।
सबके रोल मॉडल हैं अपने सांसद तो
उधर तमाम व्यस्तताओं और सियासी जवाबदारियों के बावजूद सांसद एवं पीसीसी चीफ दीपक बैज एक आदर्श पति, एक संवेदनशील पिता और एक जिम्मेदार बड़े भाई होने का धर्म निभाना हरगिज नहीं भूलते। सियासी झंझावातों से फुरसत मिलते ही दीपक बैज अपने परिवार को पूरा समय देते हैं। हालिया निपटे विधानसभा चुनावों की व्यस्तता से उबरने के बाद सांसद दीपक बैज अपनी धर्मपत्नी पूनम बैज, अनुज योगेश बैज और सुपुत्र सूर्यांश बैज के साथ तफरीह करने निकल पड़े हैं मध्यप्रदेश की ओर। मध्यप्रदेश के उज्जैन स्थित विश्वविख्यात महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन पूजन के बाद बैज परिवार के ये सारे सदस्य कान्हा नेशनल पार्क भी पहुंचे। वन्यप्राणियों और प्रकृति के बीच पूरे परिवार ने जिंदगी का लुत्फ़ उठाया। अभी गृहस्थ धर्म निभा रहे दीपक बैज मध्यप्रदेश से लौटते ही फिर राजधर्म में व्यस्त हो जाएंगे। अपने दूसरे परिवार जनता जनार्दन की सेवा में लग जाएंगे। तभी तो बस्तर में कहा जाने लगा है कि दीपक है, तो उजाला है, विश्वास है, तरक्की है। एक अच्छे प्रजा पालक की भूमिका निभाने वाले अपने सांसद दीपक बैज सभी के रोल मॉडल बन गए हैं।