असम और त्रिपुरा में सड़क परियोजनाओं पर दो हजार करोड़ खर्च होंगे, मोदी कैबिनेट का अहम फैसला

नई दिल्ली
केंद्र की मोदी सरकार ने बुधवार को कैबिनेट मीटिंग में कई बड़े फैसले लिए हैं। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने प्रेस कांफ्रेंस करके कैबिनेट में लिए गए फैसलों की जानकारी दी। केंद्रीय मंत्री ने सड़क और परिवहन मंत्रालय से जुड़े निर्णय के बारे में बताते हुए कहा कि त्रिपुरा और असम में सड़क निर्माण को लेकर फैसला किया गया है। उन्होंने कहा, "सड़क और परिवहन मंत्रालय से जुड़े निर्णय लिए गए हैं जो त्रिपुरा और असम के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। खोवाई से हरिना तक सड़क बनाने के काम को मंजूरी दी गई है। इस परियोजना के ऊपर 2487 करोड़ रुपये खर्च होंगे, इस काम को 25 महीने में पूरा किया जाएगा।"

असम और त्रिपुरा के बीच में परिवहन और आसान होगा
ठाकुर ने कहा कि इस प्रोजेक्ट के पूरा होने पर असम और त्रिपुरा के बीच में परिवहन और आसान हो जाएगा। ये उत्तर त्रिपुरा को दक्षिण त्रिपुरा से जोड़ने का प्रयास है।

जापान की कंपनी 1511 करोड़ रुपये का लोन देगी
उन्होंने बताया कि त्रिपुरा में खोवाई से हरिना तक सड़क बनाने के लिए साल 2015 में घोषणा की गई थी। इस सड़क को बनाने का काम तेजी से चल रहा है। इस परियोजना में जापान की कंपनी 1511 करोड़ रुपये लोन के रूप में देगी। इसमें ऊत्तर त्रिपुरा को दक्षिण त्रिपुरा को जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।

दीघा से सोनपुर जिले के बीच 6 लेन का केबल ब्रिज
इस के अलावा मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, "बिहार में दीघा से सोनपुर जिले के बीच गंगा नदी पर 6 लेन केबल ब्रिज बनाने का निर्णय लिया गया है। इसे 42 महीने में पूरा किया जाएगा और इसे बनाने में 3,064 करोड़ रुपये खर्च होंगे। बड़ी बात ये है कि इस पुल के नीचे से बड़े जहाज भी आसानी से आ जा सकेंगे।"