सूरज में हुआ बहुत बड़ा विस्फोट और 2 घंटे तक बंद पड़ गया रेडियो कम्यूनिकेशन, वैज्ञानिक भी हैरान

वॉशिंगटन

सूर्य अपने 11 साल के सौर चक्र के चरम पर पहुंच रहा है। इसके साथ ही सनस्पाट की घटनाएं तेजी से बढ़ने लगी हैं। हाल में ही वैज्ञानिकों ने सूर्य के सतह पर बहुत बड़े विस्फोट को रिकॉर्ड किया है। यह विस्फोट इतना तीव्र था कि इसे देखकर वैज्ञानिक भी दंग रह गए। इस विस्फोट के कारण सूर्य से बड़ी मात्रा में फ्लेयर्स निकले जिनसे पृथ्वी पर दो घंटे तक रेडियो सिग्नल में रुकावट आई। हालांकि, यह रुकावट कुछ घंटे बाद खत्म हो गई, लेकिन इससे सूर्य की उस शक्ति का पता चला है, जिसका हम आसानी से पता नहीं लगा सकते हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार, 2025 तक सूर्य में ऐसे विस्फोट और तेजी से होंगे, जिसका असर पृथ्वी पर देखने को मिलेगा।
 

सोलर डायनेमिक्स वेधशाला ने किया रिकॉर्ड

नासा ने बताया कि सूर्य की सतह पर हुए इस विस्फोट को सोलर डायनेमिक्स वेधशाला ने रिकॉर्ड किया। यह पिछले कई साल में देखा गया सबसे चमकदार सोलर फ्लेयर था। इससे पृथ्वी पर रेडियो सिग्नल में व्यापक व्यवधान पड़ा। इतनी तेज सोलर एक्टिविटी के कारण अमेरिका के कुछ हिस्सों सहित दुनिया के विभिन्न धूप वाले क्षेत्रों में रेडियो कम्युनिकेशन में दो घंटे तक गड़बड़ी आई। इस गड़बड़ी से सबसे ज्यादा प्रभावित विमानों को उड़ा रहे पायलटों को हुई। उन्होंने सबसे पहले कम्युनिकेशन में आ रही दिक्कतों को अनुभव किया।
 

अमेरिका के कई हिस्सो में दिखा असर

अंतरिक्ष के मौसम की निगरानी करने वाली एक प्रमुख अमेरिकी सरकारी संस्था, स्पेस वेदर प्रेडिक्शन सेंटर ने पूरे देश में सोलर फ्लेयर्स के व्यापक प्रभावों की पुष्टि की है। सौर विस्फोट एक सनस्पॉट वाले क्षेत्र में होता है, जिस पर वैज्ञानिक अब बारीकी से नजर रख रहे हैं। इससे कोरोनल मास इजेक्शन (सीएमई) होता है। यह सूर्य से निकली प्लाज्मा के धरती की ओर आने से होता है। इसी से ध्रुवीय क्षेत्रों में अरौरा बनता है, जिसे हम रात के समय हरे रंग के आसमान के तौर पर देखते हैं। इस घटना का पता नासा की सोलर डायनेमिक्स ऑब्जर्वेटरी ने लगाया, जो 2010 से पृथ्वी के चारों ओर काफी ऊंचाई पर चक्कर काट रहा है।