नई दिल्ली। अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के प्रमुख जेरोम पॉवेल ने इस महीने नीतिगत ब्याज दरों में बढ़ोतरी करने का ऐलान किया है। यह वर्ष 2018 के बाद फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों में बढ़ोतरी का पहला मौका होगा। इस खबर के बाद गुरुवार को पहली बार भारतीय शेयर बाजार में कारोबार होगा। ऐसे में निवेशकों की निगाहें बाजार के रिएक्शन पर होगा। आपको बता दें कि यूक्रेन और रूस के बीच छिड़ी जंग की वजह से शेयर बाजार काफी दबाव में है। इस वजह से बुधवार के कारोबार के दौरान बाजार में बिकवाली हावी रही।
क्या कहना है अमेरिका के केंद्रीय बैंक का: फेडरल रिजर्व के प्रमुख जेरोम पॉवेल ने अमेरिकी संसद में दिए अपने बयान में कहा कि इस महीने से फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में बढ़ोतरी करना शुरू कर देगा। अमेरिका में मुद्रास्फीति के बढ़ते स्तर से परेशान फेडरल रिजर्व के इस कदम की संभावना पहले से ही जताई जा रही थी।
हालांकि, पॉवेल ने इसका ज्यादा संकेत नहीं दिया कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक ब्याज दरों में बढ़ोतरी कितनी तेजी से करेगा। जानकारी के मुताबिक फेडरल रिजर्व की 15-16 मार्च को होने वाली बैठक में मानक अल्पकालिक ब्याज दरों में बढ़ोतरी का फैसला लिए जाने की उम्मीद है। अमेरिकी बाजार का हाल: पॉवेल के इस बयान के बाद अमेरिका के शेयर बाजार सूचकांक डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज में रौनक देखने को मिली। ये 596.40 अंक या 1.79 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 33,891.35 अंक पर बंद हुआ।
भारत का शेयर बाजार: बुधवार को वैश्विक बाजारों में गिरावट के साथ तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 778.38 अंक यानी 1.38 प्रतिशत लुढ़ककर 55,468.90 अंक पर बंद हुआ।घरेलू बाजार में बड़े पैमाने पर बिकवाली के साथ बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 86,741.74 करोड़ रुपये घटकर 2,51,52,303.35 करोड़ रुपये पर आ गया।