रायपुर.
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान की प्रक्रिया पूरी हो गई है। सभी 90 सीटों की ईवीएम को 33 जिलों में बनाए गए स्ट्रांग रूम में रख दिया गया है। आयोग के निर्देश पर 3 दिसंबर तक इनकी सुरक्षा को लेकर कड़े बंदोबस्त किए गए है। दूसरी तरफ सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी ने पहली बार ईवीएम की निगरानी के लिए राज्य स्तरीय टीम बना दी है। यह टीमें तीन दिसंबर तक जिले के हर स्ट्रांग रूम के बाहर तैनात रहेंगी। इसमें कार्यकर्ताओं के अलावा पदाधिकारियों की भी ड्यूटी लगाई गई है।
छत्तीसगढ़ में पहले चरण का मतदान 7 नवंबर और दूसरे चरण का 17 नवंबर को हुआ था। मतदान के बाद ईवीएम को जिला मुख्यालयों में बनाए गए स्ट्रांग रूम में सील कर दिया गया। पहले चरण की 20 सीटों में से अधिकांश पर कांग्रेसी स्थानीय स्तर पर पिछले दो हफ्ते से स्ट्रांग रूम के बाहर पहरेदारी कर कर रहे हैं। जबकि दूसरे चरण की 70 सीटों के कार्यकर्ता भी तकरीबन पांच दिन से निगरानी में लगे हैं। कांग्रेस ने पहरेदारी करने के लिए शिफ्ट में ड्यूटी लगाई है। ताकि स्ट्रांग रूम के बाहर निर्धारित दूरी पर हर वक्त कम से कम दो पदाधिकारी मौजूद रहें।
हर घंटे की पार्टी ले रही है अपडेट
हाल ही में प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से सभी प्रत्याशियों को एक सर्कुलर जारी कर कहा गया है कि अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में मतगणना के दिन तक कड़ी पहरेदारी करें। पुलिस और प्रशासन के अफसरों के अलावा अन्य कोई भी व्यक्ति वहां प्रवेश न कर सके, इसकी खास निगरानी रखी जाए। पीसीसी ने विधानसभा वार जिन नेताओं की ड्यूटी लगाई है, उनकी एक सूची भी तैयार की है। राजनांदगांव विधानसभा में सबसे अधिक छह कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है।