यूक्रेन-रूस की जंग में पुतिन ने अब तक 2400 टैंक; 200 एयरक्राफ्ट गवाएं

मॉस्को

यूक्रेन-रूस के बीच पिछले 638 दिनों से जंग जारी है। इस बीच, कभी रूस तो कभी यूक्रेन पूर्वी इलाके को शहरों पर कब्जा कर रहा है। इस वक्त बखमुत, दक्षिणी खेरसॉन और मध्य निप्रॉपेट्रोस क्षेत्रों में रूस भयंकर गोलाबारी कर रहा है। वहां के आसपास के इलाकों में लड़ाई तेज हो गई है। रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उसने पिछले सप्ताह बखमुत और उसके आसपास 30 से अधिक यूक्रेनी हमलों को विफल कर दिया है। यूक्रेन भी जवाबी हमला कर रूस को भारी नुकसान पहुंचा रहा है।

रोजाना मर रहे 630 रूसी सैनिक
ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया है कि यूक्रेन पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आक्रमण के आदेश से लेकर अबतक करीब 400,000 रूसी सैन्य कर्मी  मारे गए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस दौरान रूस के 2,400 से अधिक युद्ध टैंक नष्ट हुए हैं, जो उसकी युद्ध-पूर्व भंडार का लगभग 15 प्रतिशत है।

ब्रिटिश मंत्रालय की रिपोर्ट के हवाले से यूरेशियन टाइम्स ने लिखा है कि 631 दिनों की लड़ाई में रूस के 7,117 से अधिक बख्तरबंद वाहन नष्ट हो चुके हैं, जिसमें 2,475 एमबीटी और 1,300 तोपखाने सिस्टम शामिल हैं। हवाई और समुद्री क्षेत्र में हुए रूस के नुकसान का आंकलन लागते हुए ब्रिटिश मंत्रालय ने कहा कि इस दौरान रूस के 93 फिक्स्ड-विंग विमान, 132 हेलीकॉप्टर, 320 बिना चालक दल वाले हवाई वाहन और सभी प्रकार के 16 नौसैनिक जहाज तबाह हो चुके हैं।

क्यों हुआ रूस को इतना ज्यादा नुकसान?
पश्चिमी सैन्य विशेषज्ञों का कहना है कि नुकसान का कारण पश्चिमी देशों द्वारा यूक्रेन को दिए गए उन्नत टैंक रोधी हथियार और रूस द्वारा अपने टैंक तैनात करने की गलत रणनीति रही है। ब्रिटिश संसद को एक लिखित जवाब में, रक्षा मंत्रालय ने ऑपरेशन के दौरान 302,000 सैन्य कर्मियों के मारे जाने का अनुमान लगाया है।

इस नुकसान में वैगनर समूह जैसे निजी सैन्य ठेकेदारों, जिसने यूक्रेन पर मास्को के आक्रमण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, के लड़ाकों को शामिल नहीं किया गया है। ऐसा माना जाता है कि उनकी हतातह संख्या लगभग 100,000 है, जिससे कुल रूसी हताहतों की संख्या 400,000 से ज्यादा पहुँच सकती है।

यूक्रेन के दावों से ज्यादा है नुकसान का आंकड़ा
ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय के आंकड़े यूक्रेन द्वारा लगाए गए अनुमान से कहीं ज्यादा हैं। यूक्रेन ने दावा किया था कि उसके हमलों से रूस के विभिन्न प्रकार के 5,388 टैंक, 10,171 बख्तरबंद कर्मियों के वाहक और 8,500 से अधिक तोपखाने और गाइडेड रॉकेट सिस्टम नष्ट हुए हैं। कीव ने भी दावा किया था कि रूस के 650 फिक्स्ड और रोटरी-विंग प्लेटफॉर्म और 5,600 से अधिक यूएवी ड्रोन नष्ट हुए हैं।

चेचन युद्ध से ज्यादा यूक्रेन युद्ध में नुकसान
दिसंबर 2022 में ग्लोबलडेटा अनुसंधान ने गणना की थी कि यूक्रेन में युद्ध के पहले दस महीनों में रूस को हुआ  नुकसान दोनों चेचन युद्धों में मास्को को हुए नुकसान से ज्यादा थी। ग्लोबलडेटा के अनुसार, युद्ध से पहले रूस के पास 16,970 टैंक थे, जिनमें 550 टी-90, 3,450 टी-80, 8,950 टी-72 और 1960 के दशक के 2,000 टी-64 और 2,400 टी-62 शामिल थे।

रिपोर्ट में कहा गया है कि रूस के पास इन्वेंट्री में 20 टी-14 आर्मटा एमबीटी भी थे। नई इन्वेंट्री के मुताबिक रूस के टैंकों में 15 फीसदी की कमी आई है। बता दें कि रूसी और विद्रोही सैन्य बलों ने 1994-1995 और 1999-2000 की सर्दियों में चेचन शहर ग्रोज़नी पर नियंत्रण करने के लिए लड़ाई लड़ी थी।