कोरिया/चिरमिरी। जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के निवास के महज कुछ ही दुरी पर बडी मात्रा में कोरोना की दवाईया व कोविड – 19 के टेस्टिंग कीट भारी मात्रा में बेतरतीब से फेंकी हुई मिली है।इस बारे मे अभी तक अधिकृत तौर पर किसी ने कुछ नही कहा है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 43 एवं बैकुंठपुर से मनेंद्रगढ़ जाने वाले रास्ते के बीच मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के ग्रह निवास(नगर ग्राम) के महज 50 मीटर की दुरी पर जंगल में को बड़ी मात्रा में कोरोना उपचार से संबंधित आवश्यक दवाईयाँ तथा जाँच कीट एवं वैक्सीन फेका हुआ पड़ा पाया गया. यह कहाँ से किसके द्वारा आवश्यक दवाओं को इस तरह से फेंका गया है यह जाँच का विषय है। वर्तमान में कोरोना संक्रमण कम अवश्य हुआ है लेकिन पूरी तरह से खत्म नही हुआ है ।
ऐसे में कोरोना जैसी इस बड़ी महामारी से निजात दिलाने के लिए लोगों को राज्य एवं केंद्र सरकार के आदेश पर डोर टू डोर लग रही वैक्सीन सहित अन्य संबंधित दवाईयाँ आखिर किसके द्वारा इस तरह से फेंक दिया गया. निश्चित रूप से कोरोना की दवाईयाँ स्वास्थ्य कर्मियों को ही प्रदाय किया जाता है. ऐसे में किसी दूसरे व्यक्ति द्वारा ऐसा करना असंभव है. अब इस बात को लेकर जाँच की जानी चाहिए कि किस स्वास्थ्य कर्मी द्वारा इस तरह की लापरवाही की गई है । वह भी जिले में पदस्थ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के ग्रह निवास के बगल में ऐसी घटना उनकी ही कार्य शैली पर प्रश्न उठा रही है । जब इस बात की जानकारी के लिए हमने उनसे संपर्क करने की कोशिश की तो उन्होंने ने अपने आप को बचाते हुए जानकारी नहीं होने की बात कही और कुछ भी बताने से बचते दिखाई दिए । इस लापरवाही के लिये स्वास्थ्य विभाग को ही इसका जिम्मेदार बताया जा रहा है। अब देखना यह होगा की जिला प्रशासन इस बड़ी लापरवाही में मुख्य चिकित्सा अधिकारी को या किसी छोटे निर्दोष कर्मचारी को इसका जिम्मेदार मानता है । यह नहीं कार्यवाई किस पर होगी इसका जिम्मेदार कौन है यह तो समय बताएगा ।
बहरहाल मामले की जानकारी होते ही जिले के ड्रग विभाग द्वारा मौके पर पहुंच कर फेंकी गई दवाइयों को अपने कब्जे में ले लिया और उच्च अधिकारियों के निर्देश पर आगे की कार्रवाई की बात कही जा रही है ।